कलेक्ट्रेट गैंग रेप में तत्कालीन एडीएम के ड्राइवर समेत दो दोषी करार, दो बरी

    मुजफ्फरपुर :बहुचर्चित कलेक्ट्रेट गैंग रेप कांड में तत्कालीन एडीएम(आपदा) के ड्राइवर जीतेंद्र पासवान और उसके साथी मोतिहारी के फेनहरा निवासी निक्कू कुमार को बुधवार को पॉक्सो कोर्ट में दोषी करार दिया गया। ढाई वर्षों तक पुलिस जांच के बाद न्यायालय में मामले की सुनवाई चली।
    किशोरी ने दोनों दोषियों को कोर्ट में देखते ही कहा था इसी ने रेप किया है। यह पहचान परेड कांड का अहम साक्ष्य बना। इसके अलावा घटना स्थल से बरामद सामान की एफएसएल रिपोर्ट भी कांड का वैज्ञानिक साक्ष्य है। अभियोजन पक्ष रखने वाले विशेष लोक अभियोजक नरेंद्र कुमार ने बताया कि पीड़िता मामले में पुलिस की ओर से आरोपित बनाए गए वैशाली के गौतम झा और कोल्हुआ के विकास तिवारी को नहीं पहचान पाई थी। इसलिए, कोर्ट ने दोनों को बाइज्जत बरी कर दिया। दोषी पाए गए जीतेंद्र पासवान और निक्कू कुमार को 12 सितंबर को सजा सुनाई जाएगी। दोषी करार दिए जाने के बाद दोनों कचहरी परिसर में ही फूट-फूट कर रोने लगे।
    बेगूसराय से गिरफ्तार हुआ था एडीएम का ड्राइवर
    दुष्कर्मकी घटना को अंजाम देने के बाद जीतेंद्र पासवान सुबह में एडीएम को गाड़ी से कार्यालय में लेकर आया। यहां उसे पता चल गया कि उसे पुलिस गिरफ्तार कर लेगी। यह भनक लगते ही जीतेंद्र फरार हो गया। कई दिनों तक पुलिस उसके पीछे लगी रही। तब उसे मशक्कत के बाद बेगूसराय से पुलिस ने गिरफ्तार किया था। एडीएम कार्यालय से फरार हो जाने और आपदा भवन की चाबी चालक जीतेंद्र के पास होने लेकर एडीएम पर भी सवाल उठे थे।




    किशोरी को बेटी साबित करने में बाप को करनी पड़ी थी मशक्कत
    बंगालकी किशोरी को पुलिस ने बालिका गृह में रखवाया था। पंजाब से कुछ आर्केस्ट्रा संचालक थाने पहुंचे थे। इन लोगों ने किशोरी को अपने साथ ले जाने की बात रखी थी। लेकिन पुलिस ने उनसे साक्ष्य मांगा तो सभी वापस चले गए। बाद में किशोरी के परिजन की तलाश मिदनापुर में की गई। उसके पिता मुजफ्फरपुर आए लेकिन उन्हें किशोरी को बेटी साबित करने कागजाती साक्ष्य देने में मशक्कत करनी पड़ी थी। करीब डेढ़ माह बाद किशोरी अपने परिजनों के हवाले हुई थी।
    4 जनवरी 2015 को हुई थी घटना
    स्पेशलपीपी ने बताया कि पश्चिम बंगाल के मिदनापुर की किशोरी 4 जनवरी 2015 को ट्रेन से मुजफ्फरपुर जंक्शन पर उतरी थी। उसे बंगाल जाना था। किशोरी सीतामढ़ी निवासी एक साथी के साथ स्टेशन रोड स्थित एक ढाबा के पास खाना खाने निकली थी। इसी दौरान पांच युवकों ने किशोरी को अगवा कर लिया। विरोध करने पर उसके साथी के साथ मारपीट की। कलेक्ट्रेट परिसर स्थित आपदा कंट्रोल रूम के अंदर ले जाकर युवकों ने किशोरी के साथ रेप की घटना को अंजाम दिया था। रेप के बाद किशोरी को स्टेशन रोड में छोड़ कर सभी फरार हो गए थे। रात में ही पुलिस ने मामले में जांच की। चिह्नित हुए पांच आरोपितों को अलग-अलग जगहों से गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेजा था।

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