muzaffarpur:आय से अधिक संपत्ति के मामले में विशेष निगरानी इकाई ने शुक्रवार को जेल विभाग के डीआईजी (प्रशासन) शिवेन्द्र प्रियदर्शी के ठिकानों पर छापेमारी कर एक करोड़ से अधिक की चल-अचल संपत्ति पकड़ी है और उससे जुड़े दस्तावेज जब्त किए हैं। एसवीयू की अलग-अलग टीम ने प्रियदर्शी के पटना की फ्रेंड्स कॉलोनी स्थित लश काउंटी अपार्टमेंट कारा विभाग के सचिवालय स्थित मुख्यालय में उनके कार्यालय में छापेमारी की। एसवीयू के आईजी रत्न संजय ने छापेमारी की पुष्टि की। कहा कि तलाशी में प्राथमिकी में दर्ज आय से अधिक संपत्ति के अलावा नई चीजों का पता चला है। दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं।
शिवेन्द्र उनकी पत्नी रूबी के नाम पर लश काउंटी अपार्टमेंट आशियाना-दीघा रोड में वृंदावन अपार्टमेंट में एक-एक फ्लैट है। जय प्रकाश नगर में पत्नी के नाम एक मकान है। टाटा सफारी स्विफ्ट डिजायर गाड़ी भी है।
शिवेन्द्र प्रियदर्शी : मूलरूप से हजारीबाग के। 14 जून 1993 को बतौर जेल सुपरिटेंडेंट नौकरी ज्वाइन की। पटना के अलावा सासाराम, सीवान भागलपुर में भी रहे। बाद में जेल डीआईजी बने।
क्या है आरोप : नौकरी में आने के बाद उन्होंने गलत तरीके से अपने और अपने परिवार के नाम पर अवैध संपत्ति बनाई।
बचत से दोगुनी संपत्ति : एसवीयूके अनुसार शिवेन्द्र की कुल आय 1 करोड़ 1 लाख है। 39 लाख खर्च किए। इस हिसाब से 61.47 लाख की बचत होनी चाहिए थी पर बचत से दोगुनी 1 करोड़ 20 लाख की संपत्ति बनाई। यह 58 लाख अधिक है। तलाशी में 1.50 लाख कैश, जेवर, 30 लाख के निवेश के दस्तावेज, दो बैंक खाते, एक लॉकर के दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं। यह प्राथमिकी में दर्ज आय से अधिक संपत्ति के अतिरिक्त है।