सेहतमंद रहने के लिए सिर्फ हेल्दी डाइट ही नहीं, बल्कि नियमित वर्कआउट्स भी बेहद जरूरी है। रोजाना एक्सरसाइज करने से शारीरिक और मानसिक सेहत दुरुस्त रहती है। यही वजह है कि हेल्थ एक्सपर्ट्स भी लोगों को रेगुलर एक्सरसाइज करने की सलाह देते हैं। हालांकि, बिजी शेड्यूल और रोज की भागदौड़ के बीच रोजाना एक्सरसाइज करना काफी मुश्किल हो जाता है। ऐसे में खुद को फिट रखने के लिए वॉकिंग एक बढ़िया तरीका है। रोजाना पैदल चलने (Benefits of Walking) से सेहत को कई तरह से फायदे मिलते हैं।
खास बात यह है कि घंटों नहीं सिर्फ कुछ मिनट्स या सेकंड की वॉक रूटीन अपनाकर भी आप अच्छी-खासी कैलोरी बर्न कर सकते हैं। अगर आप भी उन लोगों में से हैं, जो रोजाना घंटों की कसरत या वॉक नहीं कर सकते हैं, तो आप अपनी रूटीन में 150 सेकंड यानी सिर्फ 2.5 मिनट का वॉकिंग वर्कआउट शामिल कर सकते हैं। हाल ही में योग ट्रेनर और नेचुरोपैथिस्ट डॉ. जननी सुब्बुराज ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर 150 सेकंड की वॉकिंग वर्कआउट शेयर की है। आइए जानते हैं इस वर्कआउट और इसके फायदों के बारे में-
क्या है वॉकिंग वर्कआउट?
डॉक्टर ने वॉकिंग वर्कआउट शेयर करते हुए एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने बताया कि इससे आसानी से कैलोरी बर्न की जा सकती है। इस एक वीडियो में वह वॉकिंग वर्कआउट करते नजर आ रही है, जिसकी शुरुआत मार्च पास्ट से होती है। इसके बाद जंपिंग जैक, हाई नीज, बट किक और अपॉजिव टो टच करते हुए ये वर्कआउट पूरा होगा। इस एक्सरसाइज को 10 बार करना चाहिए, जो लगभग 4000 से 5000 स्टेप्स के बराबर है।
कैसे असर दिखाता है वॉकिंग वर्कआउट?
- मार्च-पास्ट- कोर मसल्स और पॉश्चर को स्टेबलाइज करने के लिए 30 सेकंड के लिए मार्च-पास्ट करें।
- जंपिंग जैक- 30 सेकंड का जंपिंग जैक ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है।
- हाई नीज- अपने हिप फ्लेक्सर्स को एक्टिव करने के लिए 30 सेकंड के लिए हाई नीज करें।
- बट किक- अपने ग्लूट्स और हैमस्ट्रिंग को एक्टिव करने के लिए 30 सेकंड तक बट किक करें।
- अपॉजिव टो टच- बैलेंस और कॉर्डिनेशन को बढ़ाने के लिए 30 सेकंड के लिए अपॉजिव टो टच करने से फायदा मिलेगा।
वॉक करने के अन्य फायदे
- रोजाना वॉक करने से हेल्दी वेट बनाए रखने, कैलोरी बर्न करने और मांसपेशियों को टोन और मजबूत करने में मदद मिलती है।
- इससे हार्ट डिजीज और स्ट्रोक का खतरा कम हो सकता है। साथ ही आपके दिल की सेहत में भी सुधार हो सकता है।
- वॉकिंग करने से ऑस्टियोपोरोसिस और हड्डी के फ्रैक्चर के खतरे को कम किया जा सकता है।
- पैदल चलने से नींद की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है और आपको सुबह ज्यादा रिलैक्स महसूस करने में मदद मिल सकती है।
- इससे आपकी नसों को शांत करके और आपके सेंट्रल नर्वस सिस्टम पर सकारात्मक प्रभाव डालकर कम तनाव महसूस करने में मदद मिलती है।
- पैदल चलने से हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और कैंसर जैसी बीमारियों को रोकने या मैनेज करने में मदद मिल सकती है।
source:- jagran