बेगूसराय, ब्यूरो। राज्य शिक्षा की स्थिति बद से बदतर हो चुकी है। महाविद्यालयों में शिक्षकों की घोर कमी से अराजक स्थिति पैदा हो चुकी है। सरकार शिक्षा संबंधी सवालों पर लापरवाह होकर चुप्पी साधे हुए है। पिछले साल भी हमारी छात्राएं इकाई ने मुख्यमंत्री का घेराव किया था। आगे भी हमारे संगठन की छात्राएं इकाई को इन सवालों सहित छात्राओं के शिक्षा, सुरक्षा एवं सम्मान की लड़ाई में छात्रा बहनों को खुद आना पड़ेगा। उपर्युक्त बातें एआईएसएफ की राष्ट्रीय छात्रा सह संयोजिका आरती कुमारी ने श्रीकृष्ण महिला महाविद्यालय इकाई सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने राज्य सरकार पर छात्राओं को उपेक्षित करने का आरोप लगाया। प्रदेश उपाध्यक्ष अमीन हमजा एवं छात्रा सह-संयोजिका शमां परवीन ने कहा कि ‘संगठन छात्राओं की शिक्षा, सुरक्षा एवं सम्मान की लड़ाई का जंग छेड़ चुका है, उसी क्रम में आज महिला विद्यालय का सम्मेलन आयोजित हुआ। जिलाध्यक्ष सजग सिंह एवं जिला सचिव किशोर कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय का शैक्षणिक भविष्य खतरे में है। महिला कॉलेज की प्राचार्य डॉक्टर सपना चैधरी ने कहा की शिक्षा में सुधार के लिए छात्राओं को जागरूक होना पड़ेगा। सम्मेलन के दौरान 21 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया। जिसकी अध्यक्षता के रूप में सप्रिता कुमारी तथा साक्षी कुमारी को सचिव के रुप में सर्वसम्मति से चुना गया। सम्मेलन में स्वागत भाषण पूर्व जिला सचिव अमित कुमार ने किया, जबकि समापन भाषण शगुफी आजमी ने किया। मौके पर जीनत परवीन, उजाला प्रवीण, साहिस्ता परवीन, पूनम कुमारी, सुप्रिया कुमारी, अमृता गुप्ता, कोमल कुमारी, शरमीन परवीण, जिला सह सचिव मुकेश कुमार, गौरव कुमार, शाहरुख खां, शंभू देवा इत्यादि उपस्थित थे।