दरभंगा:डीएमसीएचका शिशु वार्ड में रविवार की सुबह आठ बजकर 45 पर पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट (पिकू) में सिंहवाड़ा प्रखंड के अतरबेल निवासी अमरेश यादव के छह माह के पुत्र की मौत हो गई। परिजनों ने यूनिट में हंगामा करते हुए इलाज में लापरवाही गलत दवा बच्चे को चढ़ा देने का आरोप लगाया। मृतक शिशु के मामा बबन यादव ने एमएसयू के कार्यकर्ताओं को घटना की जानकारी देते हुए मदद मांगी। एमएसयू के कार्यकर्ताओं शिशु वार्ड में पहुंचे तो परिजनों अस्पताल कर्मियों के बीच बकझक चल रहा था। मौजूद जूनियर डाक्टर कर्मियों ने उन्हें रोकने का प्रयत्न किया। इसी बीच नोकझोंक शुरू हो गई और पलभर में यूनिट रणक्षेत्र में तब्दील हो गई। इस दौरान अमित सिंह, अविनाश कुमार, सागर नवदिया, जयप्रकाश घटना की सूचना पर पहुंचे एक स्थानीय पत्रकार की जूनियर डाक्टरों ने बेंता ओपी की मौजूदगी में जमकर पिटाई कर दी। घटना के बाद वार्ड में तैनात जूनियर डाक्टरों ने सुरक्षा का हवाला देते हुए कार्य का बहिष्कार कर दिया।
एमएसयू के कार्यकर्ता भड़के
इधर,जूनियर डाक्टरों ने आरोप लगते हुए बताया कि एमएसयू के कार्यकर्ताओं ने वार्ड में घुसकर तोड़-फोड़ शुरू कर दी। कई कक्षों को बाहर से बंद कर दिया। उन्हें रोकने की कोशिश की गई तो उन लोगों ने मारपीट शुरू कर दी। इसके बाद वार्ड में अफरातफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई। वहीं, देर शाम जूनियर डाक्टर एसोसिएशन की आपात बैठक बुलाई गई। इसमें कार्य बहिष्कार को अस्पताल स्तर पर ले जाना है नहीं पर, सदस्यों ने विचार किया कि सोमवार को प्राचार्य अधीक्षक से मिलकर आगे की रणनीति तैयार की जाएगी। अस्पताल अधीक्षक डॉ. संतोष कुमार मिश्रा ने बताया कि शिशु वार्ड में जूनियर डाक्टरों ने कार्य का बहिष्कार कर दिया है। मरीजों को परेशानी नहीं हो इसके लिए सीनियर रेजिडेंट को तैनात किया गया है। वहीं, मारपीट के मामले को लेकर प्राथमिकी दर्ज करवाई जा रही है।