मुजफ्फरपुर| एसकेएमसीएचमें डेड बॉडी के बदले जाने से एफएमटी विभाग ने सबक लिया है। विभागाध्यक्ष डॉ. विपिन कुमार ने पोस्टमार्टम के बाद शव का सिर नहीं ढंका जाएगा। इससे वाहन पर शव रखने के दौरान परिजन उसकी पहचान कर सकेंगे। हालांकि, शव पुलिस को ही दिया जाएगा। पुलिस ही परिजनों को लाश सौंपेगी। पोस्टमार्टम कक्ष में अनधिकृत लोगों पर रोक लगाने के लिए उन्होंने प्राचार्य डॉ. विकास कुमार और अहियापुर थानाध्यक्ष विजय कुमार को पत्र भेजा है। विभागाध्यक्ष ने कहा है कि पोस्टमार्टम के लिए एक बार में कई बॉडी अलग-अलग थाने की पुलिस लेकर आती है। वहीं बॉडी रखवाती है। इसलिए वही पहचान सकती है कि कौन बॉडी किसे सौंपनी है। विभागाध्यक्ष ने कहा कि किसी से पोस्टमॉर्टम के लिए पैसे लिए जाने की शिकायत यदि उन्हें मिलेगी, तो वह उस पर कार्रवाई करेंगे। एफएमटी विभाग में कफन और प्लास्टिक के नाम पर पैसे मांगने का आरोप लगता रहा है। इधर, डेड बॉडी बदलने के मामले में प्राचार्य डॉ. विकास कुमार ने विभागाध्यक्ष और कर्मचारियों से स्पष्टीकरण मांगा है।