कॉलेज में शिक्षकों की कमी पर हमारा ध्यान क्यों नही?

आज शिक्षा बदहाल है विद्यार्थियों के शिक्षा के लिए कोई नही सोच रहा ,कितने ही लोग बेरोजगार है जो प्रोफेसर बन सकते है, जी हाँ अगर ऐसा रहा शिक्षा का हाल तो भारत को विश्वगुरु बनाने की बात ठण्डे बस्ते में डाल दीजिये, ललित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटी दरभंगा, राम कृष्ण पूर्वे (आर.के) कॉलेज मधुबनी और ऐसे कई कॉलेज है प्रदेश में जहाँ प्रोफेसर की संख्या नग्न है। आप इस बात से शिक्षा के स्तर का अंदाजा लगा सकते है की हर पांच सौ विद्यार्थियों पर मात्र एक शिक्षक हैं, जब बच्चे कॉलेज में पढ़ेंगे नही तो देश की बेहतरी तो छोड़िए खुद के कमाने के लाले पड़ जाएंगे, आज जरूरत है समाज को अच्छे शिक्षा व्यवस्था की,सरकार को हर कॉलेज में उपयुक्त विषयों के प्रोफेसर की बहाली की प्रक्रिया जल्द शुरू करनी चाहिए।