साहेबगंज की दो पंचायतें बाढ़ में डूबीं, 20 झोपड़ियां बहीं

साहेबगंज:गंडक नदी के जलस्तर में मंगलवार की रात दो फीट की वृद्धि के बाद माधोपुर हजारी और बंगरा निजामत पंचायत पूरी तरह जलमग्न हो गई। रामेश्वर मांझी, गनोउर मांझी, बासु मांझी, शंकर मांझी, लखन मांझी, राख मांझी, सुरेश मुखिया, उमेश मुखिया, जैन मुखिया, नागेश्वर मुखिया सहित 20 की झोपड़ियां पानी में बह गई। पानी में फंसे लोगों को निकालने के लिए एनडीआरएफ की टीम जुटी है। पशुपालक अपने मवेशियों के साथ तिरहुत तटबंध पर शरण लिए हैं। माधोपुर हजारी, बंगरा निजामत, वासुदेवपुर सराय का देवसर गांव, पहाड़पुर मनोरथ, रूप छपरा, हुस्सेपुर, हुस्सेपुर रत्ती का वह भाग जो तिरहुत तटबंध की पेटी में बसा है, पूरी तरह डूब चुका है। मुखिया अनिल यादव ,पैक्स अध्यक्ष बृज किशोर सिंह सहित ग्रामीणों ने राहत में शिथिलता बरतने का आरोप प्रशासन पर लगाया है। तिरहुत तटबंध के छरकी बांध पर पानी का दबाब बढ़ गया है।




बाढ़ से करीब 20 हजार की आबादी प्रभावित
माधोपुरहजारी पंचायत के वार्ड 2,4,6,7,8,9,10,11,12,13 और बंगरा निजामत पंचायत के वार्ड 1,2,3,4,6,9,7 और 5,12,10 के 7000 लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। 20 नावें चलाई जा रही है। देवसर असली गांव में वार्ड 12 प्रभावित है। बंगरा निजामत के वार्ड 4 में सुकदेव पासवान की 58 वर्षीय पत्नी सुजरी देवी पानी में डूब गई। हल्ला होने के बाद महिला को काफी देर बाद ग्रामीणों ने निकाला। देवसर नाला का पश्चिमी बांध टूटने से फंसे लोगों को एनडीआरएफ की टीम बचाने में लगी है। बाढ़ से करीब 20 हजार आबादी प्रभावित है।
पदाधिकारियों ने राहत कैंप का लिया जायजा
बाढ़पीड़ितों के लिए प्रशासन ने सूखा खाद्य पदार्थ की व्यवस्था नहीं की है। आठ राहत कैंप में मात्र तीन जगह भोजन की व्यवस्था है। एसडीओ पश्चिमी रंजीता ने बंगरा निजामत स्कूल स्थित राहत कैंप का जायजा लिया। वहीं पूर्व विधायक डॉ. राजू कुमार सिंह ने बंगरा निजामत, माधोपुर हजारी, रूप छपरा सहित अन्य पंचायतों के बाढ़ पीड़ितों की सुधि ली। डीटीओ मो. नादिर अहमद ने राहत कैंप की व्यवस्था पर निगरानी रखी
तस्वीर बाढ़ की भयावहता दिखा रहीे है। पूरा घर पानी में समा गया।

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