नीर निर्मल परियोजना के तहत हुआ अपने जिले का चयन,मुरौल मे बनेगा वाटर ट्रिटमेंट प्लांट

मुजफ्फरपुर की लाइफ लाईन बूढ़ी गंडक का पानी अब निर्मल यानी पीने लायक होगा। नीर निर्मल परियोजना के तहत जिले का चयन किया गया है। लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग इसकी कवायद में जुट गया है। करीब 50 करोड़ की लागत से बनने वाले प्लांट का डीपीआर तैयार कर मुख्यालय को भेजा गया है। वहां से मंजूरी मिलने के बाद निर्माण काम पूरा होगा। इस माह के अंत तक मंजूरी मिलने की उम्मीद है।




मुरौल में लगेगा नया प्लांट
बहुग्रामीण जलापूर्ति योजना के तहत बूढ़ी गंडक के पानी को पीने योग्य बनाने की योजना तैयार की गई है। इस योजना से मुशहरी व मुरौल प्रखंड की सात पंचायतों के 25 गांव को लाभ मिलेगा। योजना के तहत शामिल पंचायत में बैकटपुर, महमदपुर बादल, पिलखी गजपती, विद्याझाप, मीरापुर, सादिकपुर व हरसिंहपुर लौटन शामिल हैं। बूढ़ी गंडक का पानी पाइप लाइन से मुरौल के महम्मदपुर ले जाकर वॉटर ट्रीटमेंट प्लाट में साफ किया जाएगा। वहा इसे पीने योग्य बनाने के बाद आपूर्ति होगी।
यह मिलेगा लाभ
सात पंचायतों की कुल आबादी 64161 को मिलेगा पीने का पानी
हर व्यक्ति को प्रतिदिन 70 लीटर पानी उपलब्ध कराने का लक्ष्य
महम्मदपुर में बन रहा है बड़ी टंकी, जिससे 44 लाख 91 हजार 270 लीटर पानी की प्रतिदिन आपूर्ति होगी
“पेयजल संकट दूर करने के लिए योजना से लाभ मिलेगा। मुरौल में प्लांट लगेगा। मुख्यालय से मंजूरी मिलने के बाद योजना पर काम होगा। गर्मी के दिनों में जलस्तर नीचे जाने के बाद होने वाली परेशानी से मुक्ति मिलेगी।”
ई .प्रभात कुमार
कार्यपालक अभियंता, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग

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