muzaffarpur:उगाही के लिए युवक को उठाने में गिरफ्तार पुलिसकर्मियों को जेल

मुजफ्फरपुर :अवैध उगाही के लिए जीरोमाइल चौक से पीजी छात्र शशि रंजन को उठाने के आरोप में गिरफ्तार पुलिस मेंस एसोसिएशन के उपाध्यक्ष अख्तर शाह दो टाइगर मोबाइल के जवानों को बुधवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। वर्दी को दागदार करने वाले पुलिस मेंस एसोसिएशन के उपाध्यक्ष अख्तर शाह की कुंडली पुलिस अधिकारी खंगाल रहे हैं। अख्तर के बैंक एकाउंट संपत्ति की भी जांच करने की तैयारी चल रही है।
मीनापुर के कोईली भराव के रहने वाले शशि रंजन कुमार के बयान पर अख्तर शाह, टाइगर मोबाइल जवान सोमेश्वर सिंह, संजीत कुमार के अलावे कच्ची-पक्की के राकेश राय, किरण राय, कांटी के गोलू पंकज के साथ सुमित के खिलाफ अहियापुर थाना में एफआईआर दर्ज की गई है। एफआईआर में तीनों पुलिसकर्मियों पुलिस के गुर्गे को नामजद अभियुक्त बनाया गया है। पुलिस मेंस एसोसिएशन के उपाध्यक्ष अख्तर शाह पर कई तरह के गंभीर आरोप अवैध धंधेबाजों को संरक्षण देने के आरोप को देखते हुए उसके संपत्ति बैंक एकाउंट को भी खंगालने की तैयारी चल रही है। एसएसपी ने अख्तर शाह दोनों जवानों को बीती रात में ही सस्पेंड कर दिया। दोषी पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करने की भी तैयारी शुरू कर दी गई है।
यह है मामला
मीनापुरके शशिरंजन ने प्राथमिकी में अख्तर शाह पर आरोप लगाया है कि फरवरी माह में मैठी टोल प्लाजा के पास उसे एटीएम चोर बता कर उठाया। कांटी ले जाकर उसकी अंगुली तोड़ दी। गोली मारने जेल भेजने की धमकी देते हुए धमका कर परिजनों से डेढ़ लाख वसूलने के बाद उसे रात में कांटी में छोड़ा। बुधवार की दोपहर में भी अख्तर अपने दो लोगों के साथ पकड़ा। विरोध करने पर दो टाइगर मोबाइल के जवानों को बुलाया। दोनों टाइगर मोबाइल के जवानों के हवाले कर दिया। दोनों टाइगर मोबाइल के जवान उसे बीच में बैठा कर शनिचरा स्थान पहुंचा। वहां पहले से पांच लोग खड़े थे। वहां से उसे कांटी हाई स्कूल के निकट कॉलेज में ले जाया गया। वहां मारपीट करने के बाद 5 किलोमीटर दूर दूसरे मोटर साइकिल से भेज दिया। 5 लाख की डिमांड की जा रही थी।
सोमेश्वर सिंह संजीत कुमार जिस थाने में टाइगर मोबाइल जवान के रूप में पदस्थापित थे, गुरुवार को उसी थाने की पुलिस दोनों टाइगर मोबाइल के जवान पुलिस मेंस एसोसिएशन के उपाध्यक्ष अख्तर शाह को हथकड़ी लगा कर कोर्ट पहुंची। उल्लेखनीय है कि तवायफ मंडी में पुलिस अधिकारियों को समय-समय पर एसटीएफ की छापेमारी कर किसी को उठाने तो किसी से पूछताछ कर छोड़ देने की बात सामने आती रहती थी। अख्तर साह के उसी इलाके में रहने उगाही को जीरो माइल से युवक को उठाने की घटना के बाद फर्जी छापेमारी का राजफाश हो गया है।

admin