muzaffarpur:लीची को 60 दिनों तक सुरक्षित रखना हुआ आसान, उत्पादन बढ़ाएं किसान : केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन

मुशहरी (मुजफ्फरपुर) :केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री राधा मोहन सिंह ने कहा कि लीची उत्पादन के क्षेत्र में बिहार देश भर में अग्रणी है। यहां की 32 हजार हेक्टेयर भूमि में लगभग 3 लाख टन लीची का उत्पादन होता है। जबकि, देश के विभिन्न राज्यों में हो रहे लीची उत्पादन का 40 फीसदी हिस्सा केवल बिहार में होता है। बार्क और लीची अनुसंधान केंद्र के सहयोग से लीची का प्रसंस्करण कर अब 60 दिनों तक सुरक्षित रखा जा सकता है। इससे किसानों व्यापारियों को इसकी उचित कीमत मिलेगी। पहले लीची की तुराई के बाद इसे अधिकतम एक सप्ताह तक रखा जा सकता था। इस कारण शाही और चायना लीची एक माह में ही समाप्त हो जाती थीं। राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केंद्र, मुशहरी में सोमवार को लीची प्रोसेसिंग यूनिट के औपचारिक उद्घाटन के मौके पर उन्होंने किसान वैज्ञानिकों से कहा कि बार्क के सफल परीक्षण के बाद लीची प्रसंस्करण विधि से देश के विभिन्न राज्यों समेत विदेशों में भी इसे भेजा जा सकेगा। बेहतर गुणवत्ता के कारण मुजफ्फरपुर जिले में लीची उत्पादन और बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि लीची की उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए सभी सरकारी, सहकारी संस्थाओं के साथ सहयोग करते हुए वे आगे आएं। उन्होंने वैज्ञानिकों से अनुसंधान के अलावा किसानों के खेत में भी जाने की सलाह दी।
केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि भारत मिसाइल के क्षेत्र में अमेरिका और चीन के बराबर पहुंच गया है। यहां से छह देशों को सेटेलाइट सुविधा दी जा रही है। इसी प्रकार किसानों को स्वायल हेल्थ कार्ड दिए जा रहे हैं।
मौके पर राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केंद्र के निदेशक डा. विशाल नाथ, बार्क के अध्यक्ष डॉ. शेखर बसु समेत बार्क के अन्य वैज्ञानिक राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केंद्र के वैज्ञानिकों के साथ नगर विधायक सुरेश शर्मा, बोचहां विधायक बेबी कुमारी, कुढ़नी विधायक केदार गुप्ता, भाजपा जिलाध्यक्ष रामसूरत राय, राजेश वर्मा, रवींद्र प्रसाद सिंह, नीरज नयन आदि उपस्थित थे।
जून में मोतीपुर में खुलेगा मत्स्यजीवी प्रशिक्षण केंद्र
जिलेके मोतीपुर में जून में मत्स्यजीवी शिक्षा प्रशिक्षण केंद्र खुलेगा। इसकी सभी तैयारी कर निगरानी के लिए डॉ. दिलीप कुमार के नेतृत्व में एक कमेटी भी बनाई गई है। केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने कहा कि मछलीपालन के क्षेत्र में बिहार में काफी संभावनाएं हैं। इस पर केंद्र सरकार 50 फीसदी अनुदान देती है। मत्स्य पालन क्षेत्र में बड़ी संभावनाओं को देखते हुए ही मोतीपुर में मत्स्यजीवी शिक्षा प्रशिक्षण केंद्र खोलने का निर्णय लिया गया है। जिले में ओलावृष्टि से हुई क्षति का बोचहां विधायक बेबी कुमारी द्वारा उठाए गए मुद्दे पर उन्होंने राज्य सरकार को प्राकृतिक आपदा मद में मांग के अनुसार पूर्व से 75 फीसदी राशि उपलब्ध कराने की बात कही।

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