जाने क्या है अंक ज्योतिष :आज की चौथी कड़ी में हम आपके साथ अंक ज्योतिष के ज्ञान को साझा करेंगे

आज की चौथी कड़ी में हम आपके साथ अंक ज्योतिष के ज्ञान को साझा करेंगे !
हमें पुरी उम्मीद है कि आप हमारे इस प्रयास से ज़रूर लाभ उठा रहें होंगे !
तो चलिए आज का अंक ज्योतिष शास्त्र हम प्रारंभ करते हैं!
अंकों की कुल संख्या १ से ९ है तथा 0 को संपूर्ण अंक माना जाता है ,कोई अंक कितना ही बड़ा क्यों ना हो उसका जोड़ करने पर वह अंततः १ से ९ का रूप ही पाएगा !
अंकों के इस ज्ञान को अंक विज्ञान, अंक शास्त्र , अंक ज्योतिष तथा अंक विधा के नाम से संबोधित किया जाता है!
अंक ज्योतिष द्वारा किसी भी व्यक्ति की जन्म तारीख़ तथा नाम के अंकों से मूलांक , भाग्यांक एवं वर्षांक बताया जा सकता है!
इसके द्वारा किसी भी व्यक्ति की चारित्रिक विशेषता , भूतकाल , भविष्य काल तथा वर्तमान को समझना और भविष्यवाणी करना बहुत ही सरल हो जाता है!




विवाह ,नौकरी , प्रमोशन , घटना-दुर्घटना इत्यादि की आयु और सही तारीख़ तक बताया जा सकता है !
प्रचीन काल में लगभग ४००० – ५००० हज़ार वर्ष पूर्व बेबीलोन और चाल्डिया में अंक ज्योतिष का गहन अध्ययन किया गया था , जो प्राचीन मिस्र और यूनान में भी प्रचलित थे !
भारतीय महर्षियों ने अंक ज्योतिष का उपयोग तंत्र – मंत्रों में किया जिसके चमत्कारी परिणाम प्राप्त होते थे , पर बड़े ही अफ़साेस की बात है कि
भारतीय महर्षियों ने अंक ज्योतिष के इस गूढ़ रहस्य को गुप्त ही रखा और अपनी विधा अपने साथ ही ले गए ! तंत्रों के अंक चक्र मिल भी जाएें पर उसे किस फल को पाने के लिए उपयोग में लाया जाता था ये जान पाना अब कल्पना मात्र ही है !
बेबीलोनियन और चाल्डियन ने अपने अंक ज्योतिष के इस ज्ञान को लिपिबद्ध किया और इसका प्रसार किया ! इनके अनुसार अंक ज्योतिष के आधार पर किसी भी व्यक्ति की जन्म- तिथि और नाम के अंकों से उसका चरित्र , स्वाभाव , उसकी क्षमता , सम्भावनाओं , प्रकृति , कर्म , व्यवहार , भविष्य , पारिवारिक जीवन , स्वास्थ्य तथा महत्वपूर्ण घटनाओं आदि को निरुपित किया जा सकता है !
अंकों का महत्व सभी धर्मों में समान रूप से माना जाता है !
इस प्रकार अंकों का जादुई असर ज्ञात और अज्ञात रूप में सारी मनुष्य जाती ही मानती है !
अंक ज्योतिष से संबंधित जानकारी बड़ी ही रोचक है , जिसके बारे में बात कर हर्ष महसूस होता है !
उम्मीद है आपको आज का अंक ज्ञान बढ़ाने वाला और रोचक लगा होगा !
कल हम आपके सामने फ़िर प्रस्तुत होंगे तब तक आप हमसे यूं ही जुड़े रहें , धन्यवाद !!

आर.के.लकी…

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