बेनीपट्टी में क्षति की जांच कार्य शुरू

बेनीपट्टी:कुल तैंतीस पंचायतों वाल बेनीपट्टी अंचल क्षेत्र में बाढ़ के पानी से फसलों, मकान और मुफ्त सहाय को हुए नुकसान का आन स्पाट आंकलन करना प्रशासन ने जीयो टैग मोबाइल विधि से शुरू कर दिया है। कैमरा एंड कंपास के द्वारा बाढ़ से फसलों, मकानों और मुफ्त सहाय की हुई क्षति की जांच की जा रही है। प्रशासन बाढ़ से प्रभावित लोगों के अलावे अतिवृष्टि का दंश झेलने वाले लोगों की जांच भी कर रही है।




प्रशासन द्वारा यह कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। क्षेत्र भ्रमण के दौरान सीओ पुरेंद्र कुमार सिंह बेनीपट्टी प्रखंड के मकिया गांव के प्रगतिशील कृषक मो. जुबैर अहमद के खेतों में बाढ़ से फसलों की हुई क्षति की आन स्पाट जांच जीयो टैग मोबाईल से करते पाए गए। मौके पर सीओ ने बताया कि फसल इस जांच में किसान सलाहकार, राजस्व कर्मचारी, इंदिरा आवास सहायक, पंचायत रोजगार सेवक, पंचायत सचिव और विकास मित्रों को लगाया गया है। सीओ ने बताया कि उक्त विधि के जरिए किसानों के वैसे खेतों की जांच अलग अलग करनी है जिसमें बाढ़ के पानी से फसलों की क्षति हुई है। सीओ के अनुसार, फसल क्षति के नोडल पदाधिकारी वो स्वयं और सहायक नोडल पदाधिकारी बीएओ प्राणनाथ सिंह है। जबकि मकान और मुफ्त सहाय क्षति के नोडल पदाधिकारी बीडीओ डॉ. अभय कुमार और सहायक नोडल पदाधिकारी बीसीओ अवधेश कुमार बनाए गए हैं। गौरतलब है कि बाढ़ से जिले में बेनीपट्‌टी का क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है और यहां पर मरने वालों की संख्या भी अिधक है। प्रशासन की ओर से अर संभव राहत देने के लिए क्षेत्र के लोगों में पहले ही राहत सामग्री कई समाजसेवियों की ओर से बांटी जा चुकी है। अब पीड़ितों का आकलन कर उन्हें मुआवजा दिलानें के लिए प्रशासन स्तर पर तेजी से कार्रवाई की जा रही है। प्रशासन के सभी कर्मचारियों से इसमें किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतने के निर्देश दिए हैं। अगर किसी प्रकार की लापरवही बरती गई तो संबंधित के प्रति ठोस कार्रवाई की जाएगी। ऐसे में प्रशासन ने बाढ़ से क्षति को लेकर जांच भी सजगता के साथ शुरू कर दिया है।

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