जिले में बाढ़ से 16 प्रखंडों मेंे 10 लाख की आबादी प्रभावित बेनीपट्‌टी-पुपरी स्टेट हाइवे टूटा, अब तक 10 लोगों की मौत

मधुबनी:बाढ़और बरसाती पानी के कारण जिले के 16 प्रखंड के 10 लाख से अधिक की आबादी बाढ़ की चपेट में गए हैं। बुधवार को बिस्फी के रघौली के पास महाराजी बांध पानी के दवाब से टूट गया और हजारों की आबादी बाढ में घिर गई। वहीं बेनीपट्टी के अधवारा समूह के नदियों के ऊफान बांधों के टूटने से बेनीपट्टी-पुपरी स्टेट हाइवे 20 फीट कट कर बह गया है। जिससे सीतामढी जिला से मधुबनी का बस सेवा बंद हो गया है। जिले में आपदा प्रबंधन शाखा के अनुसार 10 अगस्त से हो रही मूसलधार बारिश और नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्र में भारी बारिश के कारण नेपाल द्वारा छोड़े गये पानी से जिले के 150 से ऊपर पंचायत 290 गांव के 10 लाख से अधिक की आबादी प्रभावित है। पानी में डूबने से 10 लोगों की मौत हो गई है। इसमे अंधराठाढी के गंगवार गांव के लक्ष्मेश्वर पासवान,बाबूबरही के गोटबरही की सुनिता देवी, बिस्फी के धजवा गांव के राहुल कुमार, लौकही के बरहारा गांव की रेखा कुमारी, मधेपुर के सुनरी गांव की हिना खातून, लदनियां के प्रहलाद यादव, बेनीपट्टी में अभी तक चार मौतें हो गई है। जिनमें माधोपुर गांव के अंकुर ठाकुर आदि हैं।




465परिवार हुए विस्थापित
जिलेमें सात राहत शिविर चलाये जा रहे हैं। प्रशासनिक आंकड़ाें के अनुसार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 98 मोटरबोट नाव चलाये जा रहे हैं। लगभग 465 परिवार विस्थापित हुये हैं। सबसे अधिक लौकही में 18 पंचायत और 80 हजार की आबादी प्रभावित हुई है। जिले में कोसी , कमला , बलान , भूतही , अधवारा समूह की नदियां, धोंस नदी आदि का तांडव अधिक बढ गया है। पानी के तेज बहाव की वजह से कई बांध भी टूट गये। (मधुबनी शहर से सटे चकदह, मंगरौनी, आदर्शनगर काॅलोनी, झाड़ी टोला, रामजानकी काॅलोनी, रांटी, पिलखवाड़, नवटोली आदि में पानी का स्तर बढ़ता जा रहा है। इन क्षेत्रों में पानी इतना बढ़ गया कि लोग अपने प्रथम मंजिल पर चले गये या ऊंचे स्थानों पर पलायन करने को विवश है।`
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करते पंचायती राज मंत्री कपिलदेव कामत।

admin