दरभंगा के सभी 18 प्रखंड बाढ़ की चपेट में, नौ में तबाही

दरभंगा : जिले में बाढ़ ने विभीषिका का रूप ले लिया है. जिले के सभी 18 प्रखंड इसकी चपेट में आ गये हैं. नौ प्रखंड पूर्ण रूप से प्रभावित हैं. करीब चार लाख की आबादी इससे प्रभावित है. बीते दो दिनों में बाढ़ के पानी में डूबने से तीन लोगों की मौत हो गयी है. सीएम नीतीश कुमार ने 15 अगस्त को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण के जरिए जायजा लिया.
साथ ही अधिकारियों को राहत व बचाव कार्य में कोताही नहीं बरतने की सख्त हिदायत दी. इधर जिले के प्रभारी मंत्री महेश्वर हजारी व कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने दरभंगा के सभी बुधवार को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया है.

बाढ़ के पानी में डूबने से तारडीह में डूबने से एक किशोर व एक शिक्षक समेत तीन लोगों की जान चली गयी. कटाव की तेज धारा में बह जाने से बथिया के राजकुमार महतो के 13 वर्षीय पुत्र दिलखुश कुमार की मौत हो गयी, वहीं ककोढा गांव के शिक्षक अकील अहमद (45) गांव में ही तेज धार में डूब गये. शिक्षक की लाश एक दिन बाद बुधवार को बरामद हुई. इधर, प्रशासन छह प्रखंडों के 2.40 लाख की आबादी के प्रभावित होने की पुष्टि कर रहा है. 112 गांवों के घिरे होने की जानकारी दे रहा है.




पिछले तीन दिनों में जिले में कमला बलान का तटबंध जहां तीन स्थानों पर टूट गया, वहीं अधवाड़ा समूह की खिरोई नदी का तटबंध भी जिला में तीन जगह ध्वस्त हो गया. इससे घनश्यामपुर, तारडीह, किरतपुर, जाले, कुशेश्वरस्थान, कुशेश्वरस्थान पूर्वी, गौड़ाबौराम, केवटी पूरी तरह से बाढ़ से प्रभावित हो चुके हैं. वहीं बिरौल, अलीनगर, बेनीपुर, हायाघाट, हनुमानगर, बहादुरपुर, सदर, सिंहवाड़ा व मनीगाछी प्रखंड के भी अधिकांश भाग बाढ़ की चपेट में हैं. शहर में भी बागमती के तटबंध पर दवाब बढ़ने व एकमी घाट के जर्जर स्लूइस गेट से पानी प्रवेश करने से बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. इधर, केवटी में सड़क पर दो से तीन फीट पानी बहने की वजह से एनएच-105 पर आवागमन बाधित हो गया है. दरभंगा-सीतामढ़ी खंड पर ट्रेनों का परिचालन प्रभावित है. कमतौल तक ही गाड़ी जा रही है.

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