बिहार में छठ महापर्व को पर्यटन उत्सव की तरह मनाया जाएगा। इसकी घोषणा पर्यटन मंत्री नीतीश मिश्रा ने शुक्रवार को सूचना भवन में आयोजित प्रेसवार्ता में की। उन्होने बताया कि इस मौके पर पर्यटकों को छठ की महत्ता बताई जाएगी, साथ ही बिहार भ्रमण कराया जाएगा। टूरिस्टों के लिए स्पेशल टूर पैकेज तैयार किया जा रहा है।
पर्यटक मंत्री ने कहा कि पिछले वर्ष 5.46 लाख विदेशी पर्यटक आए थे, इस वर्ष जुलाई तक 2.67 लाख पर्यटक आ चुके हैं। ऐसे में हमारी जवाबदेही भी बढ़ गई है कि उन्हें बेहतर सुविधा दें। गयाजी में चल रहे पितृपक्ष मेला में देश और विदेश से श्रद्धालु बिहार आ रहे हैं।
मंत्री नीतीश मिश्रा ने कहा कि सरकार की ओर से पर्यटन स्थलों पर सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं। करीब 510 करोड़ रुपये की योजना से पर्यटकीय विकास कार्य कराए जा रहे हैं। 135 करोड़ रुपये की योजना की स्वीकृति मिल गई है। इस पर भी जल्द ही काम शुरू कर दिया जाएगा। विश्व पर्यटन दिवस पर उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक, धार्मिक, सांस्कृतिक एवं प्राकृतिक रमणीक स्थलों की उपलब्धता बिहार को विश्व के पर्यटन मानचित्र पर विशेष स्थान दिलाती है।
माता जानकी की जन्मभूमि के विकास के लिए सरकार सतत कार्यशील है, वहां के पूर्ण विकास के लिए योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। वहां के विकास के लिए 50 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है।इसके अलावा हर प्रखंड में एक पर्यटन स्थल के लिए ‘मेरा प्रखंड मेरा गौरव’ और सोशल मीडिया के इन्फलूएंसर्स के लिए ‘बिहार : एक इन्फलूएंसर की नजर से’ प्रतियोगिता की शुरूआत दो अक्टूबर से होने जा रही है। वही इस मौके पर पर्यटन विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने पर्यटन नीति की विशेषताओं के बारे में बताते हुए कहा कि उद्यमी आकर 18 प्रकार की योजनाओं पर सीधे कैपिटल सब्सिडी हासिल कर सकते हैं। पर्यटन विभाग ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में लगभग 509.78 करोड़ रुपये की नई योजना की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की है।
source:- Hindustan