बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि हमने कभी क्राइम, करप्शन और कम्युनलिज्म को बर्दाश्त नहीं किया है और ना ही कभी इसे बर्दाश्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि आपको जो पसंद हो, जहां जाना हो जाइए, जिसे वोट देना हो दीजिए। हम अपना काम करते रहेंगे। हम काम पर आधारित राजनीति करते हैं कास्ट पर आधारित नहीं।
सीएम नीतीश ने पटना के संवाद कक्ष में अल्पसंख्यक समुदाय के लिए तीन योजनाओं का आरंभ किया। कार्यक्रम को संबोधित करते नीतीश कुमार ने कहा कि मैं वादा करता हूं कि अल्पसंख्यक समाज को मुख्यधारा में लाऊंगा।हम सेवा करने वाले हैं, हमको वोट की चिंता नहीं है। हम किसी भी बात से पीछे हटने वालों में से नहीं हैं। आप सुझाव दीजिए और सरकार उन सुझावों पर अमल करेगी।
सीएम नीतीश कुमार ने एेलान किया कि उर्दू के लिए 102 पदों पर बहाली की जाएगी और साथ ही अरबी में भी 6 खाली जगहों पर बहाली की जाएगी। उन्होंने कहा कि बहाली के लिए बीपीएससी को इसके लिए सुझाव भेजा गया है।
नीतीश कुमार ने वक्फ बोर्ड के चेयरमैन को नसीहत देते हुए कहा कि वक्फ बोर्ड के लोग थोड़ी मेहनत करें। जल्द से जल्द जमीन उपलब्ध कराएं। सरकार अल्पसंख्यक विद्यार्थियों के लिए आवासीय विद्यालय का निर्माँण कराएगी। छात्रावास में रहने वाले छात्रों को हर महीने 15 किलो अनाज मिल रहा है, साथ ही छात्रों को 1000 रूपए भी दिये जा रहे हैं।
सीएम ने कहा कि वक्फ बोर्ड के जमीन पर भवन बनेगा, भवन में ही लाइब्रेरी और ऑडोटोरियम भी होगा। कॉमर्शियल परपस से ये भवन बनाया जाएगा। 2020 के ईद में अंजुमन इस्लामिया हॉल के नए भवन का उद्घाटन होगा। जिलों में अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय बनाये जा रहे हैं।