बिहार की राजधानी पटना में लगे पोस्टरों पर अगर विश्वास करें तो गुजरात कांग्रेस विधायक अल्पेश ठाकोर बिहार के पहले मुख्यमंत्री कृष्ण सिंह की जयंती मनाने राजधानी में आ रहे हैं.
दरअसल, गुजरात में उत्तर भारतीय लोगों पर हुई हिंसा को लेकर अल्पेश ठाकोर निशाने पर हैं. यहां बता दें कि अल्पेश ठाकोर सिर्फ गुजरात के विधायक ही नहीं बल्कि बिहार कांग्रेस के सहप्रभारी भी हैं. वहीं शक्ति सिंह गोहिल बिहार कांग्रेस के प्रभारी हैं. अहम बात ये है कि प्रभारी और सहप्रभारी दोनों ही गुजरात से हैं. कांग्रेस आलाकमान ने इन्हें बिहार इसलिए भेजा था ताकि ये कांग्रेस में नई जान फूंक सके. लेकिन गुजरात में चल रही राजनीति की वजह से अल्पेश की छवि को नुकसान पहुंचा है.
इन सबके बीच कांग्रेस के राज्यसभा सांसद डा. अखिलेश सिंह के नेतृत्व में श्रीकृष्ण सिंह की 131 जयंती मनाई जा रही है. इस जयंती में अल्पेश ठाकोर के आने की खबर है. डॉ. अखिलेश सिंह प्रदेश कांग्रस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष भी हैं. पोस्टर में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी दिख रहे हैं तो दूसरी तरफ बिहार में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव भी हैं. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी भी पोस्टर में हैं लेकिन इसी पोस्टर पर एक कोने में अल्पेश ठाकोर भी दिख रहें हैं.
जनता दल यू ने इस पर कहा है कि यह जले पर नमक छिड़ना जैसा है. जिस अल्पेश ठाकोर ने गुजरात में बिहारियों के खिलाफ हिंसा फैलाया उसका पोस्टर पटना में लगाने का मतलब है कि कांग्रेस बिहार की जनता का अपमान कर रही हैं. इससे पहले गुजरात हिंसा को लेकर हार्दिक पटेल का पोस्टर भी पटना की सड़कों पर दिखा था जिसमें कहा गया था कि गुजरात में किसी उतर भारतीय पर हमला होता है तो इस नंबर पर फोन करें, हम मदद करेंगे. लेकिन वो नंबर हमेशा बंद ही रहा.