आखिरकार राबड़ी मान गईं और पाचवें दिन सुरक्षा वापस ले लिया। मिली जानकारी के मुताबिक राबड़ी से पुलिस मुख्यालय के एक अधिकारी ने बात की और बातचीत के बाद राबड़ी देवी ने बीएमपी के जवान वापस राबड़ी आवास लौट आए और आवास की सुरक्षा पर फिर से तैनात हो गए।
सीएम नीतीश कुमार को एक और पत्र लिखकर उन्होंने पूछा- राज्य के वरिष्ठ पुलिस पदाधिकारी नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का फोन क्यों नहीं रिसीव करते।
सरकार प्रतिपक्ष के नेता की सुरक्षा श्रेणी का निर्धारण क्यों नहीं कर रही। दो पूर्व सीएम के पुत्र और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव की सुरक्षा श्रेणी क्यों नहीं तय की जा रही।
2005 से सुरक्षा में तैनात कर्मियों का मांगा विवरण
राबड़ी देवी ने कहा कि बिना समीक्षा आधी रात में सुरक्षा में कटौती किया जाना हमारे परिवार के प्रति खतरनाक मंसूबों का सूचक है। सुरक्षा फिर से बहाल करने से संबंधित सरकारी आदेश में यह लिखा गया है कि भूलवश सुरक्षा बल को वापस कर लिया गया था। क्या ऐसा संभव है कि इसकी जानकारी सीएम को नहीं हो। अगर ऐसा है तो क्या सीएम को अंधेरे में रखकर कार्रवाई की गई।
उन्होंने अपने और प्रतिपक्ष के नेता की सुरक्षा में लगे सभी सुरक्षाकर्मियों का पूरा ब्योरा उपलब्ध कराने के लिए कहा है। राबड़ी देवी ने वर्ष 2005 से उनकी सुरक्षा में तैनात सभी तरह के सुरक्षाकर्मियों और वाहनों का विस्तृत विवरण सीएम से मांगा है।