निर्दलिय नेता मुख्तार अंसारी को वोट देने पर लगी रोक हाई कोर्ट का आर्डर

    New delhi [mithilanchalnews.in ]:-यूपी में राज्यसभा की 10 सीटों के लिए शुक्रवार को होने जा रहे राज्यसभा चुनाव में वोटों का गणित बैठाने के लिए पार्टियों ने अपनी रणनीति तैयार कर ली है। बीजेपी की तरफ से एक अतिरिक्त उम्मीदवार के मैदान में होने के कारण सियासी लड़ाई यहां दिलचस्प बनी हुई है। हालांकि उपचुनावों के बाद साथ आए एसपी और बीएसपी को उम्मीद है कि वे अपने प्रत्याशी को राज्यसभा भेजने में कामयाब हो जाएंगे। उधर, राज्यसभा में वोटों के इस गणित के बीच एक इलाहाबाद हाई कोर्ट ने निर्दलीय विधायक मुख्तार अंसारी के वोट देने पर रोक लगा दिया है। ऐसे में शुक्रवार को मतदान के दौरान सियासी लड़ाई और दिलचस्प होने की उम्मीद है।
    बता दें कि मऊ से निर्दलीय विधायक मुख्तार अंसारी हत्या के आरोप में बांदा जेल में बंद हैं। 20 मार्च को विशेष जज (एससी-एसटी) गाजीपुर ने अंसारी को वोट देने की दी छूट दी थी। इसके बाद राज्य सरकार ने स्पेशल जज के आदेश को हाईकोर्ट में दी। गुरुवार को जस्टिस राजुल भार्गव की एकलपीठ ने इस पर सुनवाई करते हुए मुख्तार के मतदान पर रोक लगा दी। साथ ही कोर्ट ने आदेश की कॉपी तत्काल बांदा जिला जेल भेजने का आदेश भी दिया है। बता दें कि गुरुवार को चुनाव आयोग ने भी मुख्तार अंसारी को वोट डालने की अनुमति दे दी थी।
    गौरतलब है कि देश भर में 59 सीटों के लिए 23 मार्च को राज्यसभा का चुनाव होने जा रहा है। यूपी से इस बार कुल 10 उम्मीदवार राज्यसभा पहुंचने वाले हैं। इसमें से 8 सीटों पर बीजेपी की जबकि एक पर समाजवादी पार्टी की जीत पक्की है। यूपी की 10वीं सीट पर सबसे बड़ा सस्पेंस बना हुआ है। इस सीट पर एसपी-कांग्रेस जहां बीएसपी को जिताने में जुटी हैं, वहीं बीजेपी ने भी 9वां कैंडिडेट दे रखा है। बुधवार रात लखनऊ में अखिलेश जहां डिनर पार्टी में अपने संख्याबल की पैमाइश कर चुके हैं तो योगी भी आवास पर सहयोगियों की बैठक ले चुके हैं। अब मामला सेट है और सबको शुक्रवार की वोटिंग के बाद नतीजों का इंतजार है।

    10वीं सीट पर मामला क्यों फंसा
    10वीं सीट के लिए यह चुनाव इतना फंसा हुआ नहीं होता अगर नरेश अग्रवाल ने पाला नहीं बदला होता। दरअसल यूपी में राज्यसभा चुनावों की गणित के मुताबिक एक कैंडिडेट को जीत के लिए 37 विधायकों के मतों की जरूरत है। बीजेपी के पास 311 और सहयोगियों अपना दल एस (9) व सुभासभा (4) को मिलाकर एनडीए के कुल 324 विधायक हो रहे हैं। वहीं एसपी के पास 47, बीएसपी के 19, कांग्रेस के 7, आरएलडी के 1, निषाद के 3 और निर्दलीय तीन विधायक हैं। नरेश अग्रवाल के बीजेपी में शामिल होने के बाद इस बात की आशंका तेज हो गई है कि एसपी से विधायक उनके बेटे नितिन अग्रवाल क्रॉस वोटिंग करेंगे।

    राजा भैया से बीएसपी को उम्मीद

    नितिन अग्रवाल के झटके के बीच एसपी-बीएसपी के लिए कुंडा से निर्दलीय विधायक राजा भैया उम्मीद की किरण बने हुए हैं। दरअसल बुधवार को अखिलेश यादव ने पांच सितारा होटल में डिनर का आयोजन किया। इसमें राजा भैया भी पहुंचे। इसके अलावा अखिलेश के चाचा शिवपाल यादव भी मौजूद रहे। दिन में विधायक दल की बैठक से शिवपाल व कुछ विधायकों की गैरमौजूदगी से एसपी-बीएसपी की सांसें फूली हुईं थी जबकि बीजेपी खुश नजर आ रही थी।

    आशीष श्रीवास्तव की विशेष रिपोर्ट

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