बांग्लादेश के खिलाफ फाइनल मैच मैं 17 गेंदों पर महज 19 रन बनाने वाले भारत के ऑलराउंडर विजय शंकर को आलोचकों का सामना करना पड़ा था.
इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में विजय शंकर ने कहां की मैच के दौरान दबाव में ना खेलने का मलाल उनको भी है लेकिन उनको सबसे अधिक बुरा इस बात का लगा कि वह टीम के जीत में अपने बल्ले से योगदान नहीं कर पाए.
इंटरव्यू में उन्होंने खुलासा किया, ‘मैं बहुत परेशान था और होटल पहुंचते ही मैंने दरवाजा बंद कर लिया.’ लेकिन वो दिनेश कार्तिक ही थे, जिन्होंने नॉक कर कमरा खुलवाया और मेरा हौसला बढ़ाया और धर्य रखने की सलाह दी.’ सीरीज के दौरान भारतीय टीम कोलंबो के मोवेनपिक होटल में ठहरी थी.
इंटरव्यू में विजय शंकर ने दिनेश कार्तिक का मैच जिताने के लिए आभार व्यक्त करते हुए उन्हें धन्यवाद कहा. साथ ही उन्होंने दिनेश कार्तिक को हौसला अफजाई करने के लिए भी आभार व्यक्त किया.