Patna:[mithilanchalnews]बिहार की जहानाबाद सीट पर होने वाले उपचुनाव आरजेडी और जेडीयू दोनों के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बना हुआ है जहां एक तरफ जेडीयू ने पहले अपने उम्मीदवार नहीं उतारने का एलान किया था, परंतु बाद में एनडीए के सहयोगी भाजपा के आग्रह पर जेडीयू अपना प्रत्याशी यहां उतार रही है महागठबंधन से अलग होने के बाद जेडीयू के लिए यह पहला चुनाव है इसके मद्देनजर यह चुनाव जदयू के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है.
वहीं दूसरी तरफ राजद के लिए जहानाबाद विधानसभा सीट सेटिंग सीट होने के नाते प्रतिष्ठा का सवाल बनी हुई है. मुंद्रिका सिंह यादव के निधन के बाद जहानाबाद की सीट खाली हुई थी यहां से राज्य ने उनके बेटे सुदई यादव उम्मीदवार बनाया है.
जहां एक तरफ जदयू को सहानुभूति वोटों का डर सता रहा है वहीं दूसरी तरफ राजद सेटिंग सीट होने के कारण थोड़ी सी राहत की सांस लेती दिख रही है.
अगर हम जातिगत राजनीति के हिसाब से क्षेत्र को देखें तो इस क्षेत्र में अग्रिम जाति के सिर्फ दो विधायक हैं दिलचस्प बात यह है कि इस क्षेत्र में ब्रह्मर्षि एक भी विधायक नहीं है जदयू ने इसी समाज से अपना उम्मीदवार खड़ा किया है इस लिहाज से यह चुनाव इस बिरादरी के लिए भी आम हो गया है.
जदयू के लिए या चुनाव कितना महत्वपूर्ण है इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मंत्रियों में जल संसाधन मंत्री ललन सिंह जिन्हें नितीश कुमार का बहुत ही करीबी माना जाता है सबसे पहले चुनाव प्रचार के लिए आए. जेडीयू के वरिष्ठ नेता जहानाबाद सीट पर हर गतिविधि नजर रखे हुए हैं .
चुनाव प्रचार के लिए करीब-करीब बिहार सरकार के हर मंत्रियों का आने का कार्यक्रम तय किया जा रहा है 7 मार्च को उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी खुद जहानाबाद में रोड शो करेंगे वहीं 8 मार्च को मुख्यमंत्री दो जनसभाओं को संबोधित करेंगे.
आपको बताते चलें कि जहानाबाद चुनाव 11 मार्च को संपन्न होगा.
————————————————-mithilanchalnews————————————————————–
फटाफट ख़बरों के लिए हमे फॉलो करें फेसबुक, ट्विटर, गूगल प्लस पर..
Read all latest headlines in Hindi. Also don’t miss today’s Hindi News.