रक्तरंजीत व्यवस्था को सुशासन कहें तो, जंगलरात किसे कहेंगे – अनिल अंजान

    रक्तरंजीत व्यवस्था को सुशासन कहें तो, जंगलरात किसे कहेंगे – अनिल अंजान
    जिलेभर में भाकपा ने निकाला प्रतिरोध मार्च

    बेगूसराय, कार्यालय।बेगूसराय। बढ़ते अपराध, सांप्रदायिक हिंसा एवं खाद्य सुरक्षा कार्ड बनवाने में व्याप्त धांधली के विरोध में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला कार्यालय कार्यनन्द भवन से प्रतिरोध मार्च निकाला गया। अंचल एवं शहर परिषद बेगूसराय तथा एआईएसएफ की ओर से पटेल चैक मुख्य बाजार थाना चैक कचहरी चैक होते हुए कैंटीन चैक पर पहुंचकर जुलूस सभा में तब्दील हो गया। सभा की अध्यक्षता अनिल कुमार अंजान ने की। राज्य परिषद सदस्य बेगूसराय अंचल मंत्री अनिल कुमार अंजान ने कहा कि आज बेगूसराय जिला सहित पूरा बिहार रक्त रंजित है। हत्या लूट एवं अपहरण की घटना से सब के सब त्रस्त हैं। सुशासन एवं कानून का राज इसे कहा जाए तो फिर जंगलराज किस राज्य को कहा जाएगा। इसी तरह जयपुर राजस्थान


    के अंदर बंगाल के मजदूर अफरजुल को बुरी तरह घायल कर पेट्रोल छिड़क कर जिंदा जला दिया गया।

    साथ ही इसका वीडियो वायरल भी किया गया। यह सब लव जिहाद एवं पद्मावती के नाम पर किया जा रहा है। एआईएसएफ के राज्य उपाध्यक्ष आमीन हमजा ने कहा कि जयपुर के न्यायालय पर तिरंगा झंडा उतारकर भगवा झंडा फहराना जघन्य अपराध और देशद्रोह की पहचान है। ऐसे लोगों पर अगर सरकार चुप है तो यह देश के लिए शर्मनाक है। एआईएसएफ जिला अध्यक्ष सजग सिंह ने कहा कि शैक्षणिक परिसर में लगातार उचक्कों की बढ़ोतरी के कारण लड़कियों के साथ छेड़छाड़ और फॉर्म भरने , नामांकन के लिए आए छात्रों के साथ मारपीट निंदनीय है। जिसकी सूचना लगातार जिला प्रशासन को दी जाती है लेकिन ठोस कार्रवाई नहीं होती है। एआईवाईएफ के जिला सचिव रूपक कुमार ने कहा कि अपराध की जड़ में बेरोजगारी है, जिसे दूर कर अपराध पर काबू पाया जा सकता है। शहर मंत्री रामागार सिंह ने कहा कि खाद्य सुरक्षा गारंटी कानून की धज्जियां उड़ाकर कमरतोड़ महंगाई बढाई जा रही है। सभा को राज नारायण राय, राम कल्याण सिंह, विशुनदेव सिंह, किशोर कुमार, निशाकर कुमार, गौरव कुमार, शंभू देवा, सत्यनारायण, नंदजी, सदरे आलम, काशिफ रजा, भुवनेश्वर साह ने भी संबोधित किया।
    मंसूरचक में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यालय रामचंद्र पासवान स्मृति भवन से प्रतिरोध मार्च निकाला गया। मंसूरचक अंचल की ओर से समसा चैक मुख्य बाजार सिमरतल्ला चैक, फाटक चैक होते हुए पेठिया गांछी पर पहुंचकर जुलूस में तब्दील हो गया और फिर वहां से एकजुट होकर प्रखंड मुख्यालय पर पहुंच कर राज्य सरकार केंद्र सरकार के खिलाफ मे जमकर नारेबाजी की और फिर जुलूस धरना-प्रदर्शन मे बदल गया। सभा की अध्यक्षता रामाधार ईश्वर ने की। मौके पर मुखिया प्रमोद कुमार महतो, शिवचंद्र महतो, रंजीत महतो, उपमुखिया अरमान कुरैशी सहित अन्य संबोधित किया।

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