प्रखंड मुख्यालय से जुड़ने वाली अधिकांश सड़कें जर्जर हालत में

    हनुमाननगर। प्रखंड के अधिकांश सड़कों की हालत जर्जर हो चुकी है। गुणवत्ताविहीन निर्माण से सड़कें तो पहले ही जर्जर स्थिति में थी, बाकी कसर बाढ़ ने पूरी कर दी। पहले की जर्जरता के बाद बाढ़ के पानी ने इन सड़कों को और जानलेवा बना दिया है।इससे लोगों की यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है। इन सड़कों पर लोग जान जोखिम में डालकर चलने को विवश हैं। गत महीने आयी बाढ़ के पानी में एसएच 50(लहेरियासराय-समस्तीपुर पथ) को छोड़कर प्रखंड की लगभग मुख्य व ग्रामीण सड़कें डूब गए थे। पानी के तेज बहाव के कारण विशनपुर-रुपौली, डीहलाही-काली, उखड़ा-नेयाम जानेवाली सड़कों में कटाव हो गया।नरसरा की ग्रामीण सड़कें, पोअरिया से नरदरिया जानेवाली नवनिर्मित सड़कों में तो पीसीसी का नामोनिशान लगभग मिट चुका है।सड़कों पर छोटे बड़े अनगिनत गड्ढे बने हुए हैं।




    इसी प्रकार, गोदाईपट्टी से माधोपुर, रामस्वरुप चौक से गोदाईपट्टी, बसुआरा से रतनपुरा, रामस्वरुप चौक से विष्णुपुर, तारालाही-सिमरी पथ सहित कई ग्रामीण सड़कें का बाढ़ के पानी से भारी क्षति पहुंची है।सड़क की स्थिति इस कदर जर्जर हो चुकी है कि इन सड़कों पर वाहन की बात तो दूर पैदल चलना भी दुश्वार हो गया है।इससे लोगों को इन सड़कों पर सफर करने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। वह विशेष जानकारी देते हुए हनुमाननगर जिला परिषद सदस्य रंजीत पासवान ने बताया कि प्रखंड मुख्यालय से 5 किलोमीटर की दूरी पर नरदरिया वाले रास्ते में संवेदकों के द्वारा बहुत ही घटिया निर्माण किया गया है जो प्रत्यक्ष रुप से देखा जा सकता है इसकी उच्च स्तरीय जांच हो और दोषियों पर कार्यवाही की जाए वही श्री पासवान ने बताया सुशासन बाबू के विकास का कार्य बहुत ही धीमी गति से चलने लगा है इस पर सुशासन बाबू को ध्यान देना चाहिए।

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