मधुबनी:भारत छात्र फेडरेशन इंटर के खराब रिजल्ट के सवाल पर बिहार सरकार के खिलाफ बिहार बंद का आयोजन किया। इसके तहत सड़क पर नारेबाजी की और सड़क पर जाम लगा दिया। एसएफआई के सैकड़ों छात्रों का नेतृत्व उमा शंकर प्रसाद ने करते हुए जिला कार्यालय चकदह से स्टेशन चौक होते हुए महिला काॅलेज रोड से होकर थाना चौक के समीप घंटों मुख्य सड़क को जाम कर दिया।
‘पुनर्मूल्यांकन शुल्क को माफ करे सरकार’ |
जाम स्थल पर छात्रों के फेल हुए 08 लाख छात्रों के सुनहरे भविष्य की मांग कर रहे थे। साथ ही शिक्षा मंत्री डाॅ. अशोक चौधरी के इस्तीफे की मांग कर रहे थे। पुनर्मूल्यांकन में लगने वाले 220 रुपये की जगह निशुल्क की मांग की जा रही थी। कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी के खिलाफ नारेबाजी की। सभा को संबोधित करते हुए छात्र नेताओं ने आठ लाख छात्रों को उत्तम परिणाम निर्गत करने की मांग की। सभा को राज्य महासचिव विजय कुमार भारती ने कहा कि इंटर का परिणाम डाॅ. अशोक चौधरी बिहार सरकार की शिक्षा क्षेत्र में विफलता की पोल खोल दिया है।
साथ ही आठ जून 2017 को प्रो. मुचकुन दूबे की अध्यक्षता वाली समान स्कूल प्रणाली आयोग की रिपोर्ट सरकार के समक्ष समर्पित करने के आज दस वर्ष पूरे हो गए लेकिन लागू नहीं हो पाया और सामान स्कूल प्रणाली लागू नहीं होने से बिहार कि सरकार स्वयं फेल हो गई। मौके पर कन्हैया कुमार, सुमन सिंह, गौतम कुमार, श्याम कुमार, ललित कुमार, अरविंद कुमार सहित अन्य उपस्थित थे।