muzaffarpur::शहरी क्षेत्र से गुजरने वाली बूढ़ी गंडक नदी के दोनों तटबंधों की स्थिति खराब है। इस वर्ष नेपाल समेत उत्तर बिहार में सामान्य बारिश होने की संभावना को देखते हुए प्रशासन की ओर से तटबंधों की जांच में इसका खुलासा हुआ है। बूढ़ी गंडक नदी के दायें बायें दोनों तटबंध पर जगह-जगह रेनकट होने से बरसात पूर्व इसकी मरम्मत नहीं कराई गई तो अत्यधिक बारिश होने तथा नदी के लाल निशान से ऊपर आने की स्थिति में बाढ़ के समय व्यापक तबाही होगी। बाढ़-बचाव की तैयारी की समीक्षा करते हुए डीएम धर्मेंद्र सिंह ने अनुमंडलवार प्रभारी पदाधिकारी का मनोनयन करते हुए सभी बीडीओ, अंचलाधिकारियों के साथ जल संसाधन विभाग के अभियंताओं को जिले से गुजरने वाली सभी नदियों के तटबंधों की संयुक्त जांच करते हुए रिपोर्ट उपलब्ध कराने का आदेश दिया है। इसके साथ ही अभी से बाढ़ के समय यातायात को सामान्य रखने के लिए नावों की मरम्मत कराने के साथ ही विस्थापितों को रखने के लिए स्थल का चयन करने का आदेश दिया है। डीएम के आदेशानुसार बोचहां सीओ ने संयुक्त जांच प्रतिवेदन भेजा है। इसमें उन्होंने बूढ़ी गंडक के बांयें तटबंध के अखाड़ाघाट पुल से लेकर बोचहां प्रखंड तक के क्षेत्र की जानकारी दी है। बांध के टॉप पर जगह-जगह रेनकट होने के कारण बरसात के समय इसपर सुरक्षित यातायात एवं सुरक्षा के लिए अविलंब मरम्मति की आवश्यकता जताई है। इसी प्रकार मुरौल सीओ ने दायां तटबंध के 22 से 28.20 किमी तक निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट भेजी है। उन्होंने 22 से 24.3 किमी तक कालीकरण के लिए गिट्टी बिछाने का काम होने की जानकारी दी है। इसके अलावा जगह-जगह बने रेनकट की मरम्मत के साथ ही कुछ स्लुइस गेट से पानी के रुक जाने की जानकारी देते हुए उसकी मरम्मत कराने का आग्रह किया है।