दरभंगा मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल का गायनि वार्ड की बदहाली तो आम बात है,मगर उसके विशेष यूनिट इंटेनेसी क्रिटिकल केयर यूनिट (आईसीसीयू) खुद इलाज की जरूरत के बीच बदहाल है। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने दो साल पूर्व ही लगभग 90 लाख की लागत से बने इस यूनिट का उद्घाटन कर मरीजों के बेहतरी के लिए सौंपा था। चार बेड वाले इस विशेष यूनिट में दो एसी,चार वेंटिलेटर और मॉनिटर के साथ ही ईसीजी मशीन लगी है। आज महज एक शोभा की तरह नजर आता है। एसी चलता नहीं है। अन्य मशीन तो टेक्नीशियन के बिना काम नहीं कर रहा है। यहां मरीज को अगर ईसीजी करना होता है कि दूसरी व्यवस्था की जाती है। वेंटिलेटर की सुविधा भी मरीजों को नहीं मिल रहा है। यहां के स्टाफ या फिर नर्सें कहती हैं कि एक दिन रह कर देखे तो मरीजों के साथ ही उनकी जरूरत और उनके आक्रोश को खुद झेलकर स्थिति का जायजा लगाया जा सकता है। यहां कई मशीन काम नहीं कर रहा है। वजह यह है कि वह पड़ा-पड़ा भी खराब हो चुका है। गंभीर मरीज को पंप करने के लिए मशीन लगी है, मगर वह काम नहीं करता है, जिसकी वजह से उसके छाती को दवाना तो दूर उसका इस्तेमाल करने में भी परहेज करना पड़ता है। टेक्नीशियन हो तो वह कुछ कर के भी मरीजों को संभाल सकता है, मगर बिना उसके यहां सुविधा के नाम पर केवल आईसीसीयू लिखा देखकर के ही संतोष करना पड़ता है।
विडंबना| गायनीवार्ड बदहाली का आलम, मरीजों को हो रही परेशानी |
सुविधा के बिना प्राइवेट क्लिनिक की हैं चांदी
डीएमसीएचके आईसीसीयू यूनिट में बदहाल व्यवस्था के कारण यहां प्राइवेट नर्सिंग होम क्लिनिक के दलालों की भी चहल-पहल रहती है। यहां की बदहाली के कारण ही दलालों की चांदी रहती है।
तीन माह से पहल कर रहा हूं : अधीक्षक
डीएमसीएचके अधीक्षक डॉ.संतोष कुमार मिश्रा ने कहा कि संबंधित विभाग को व्यवस्था में सुधार के लिए तीन माह से कहा जा रहा है। उन्होंने कहा कि मौखिक ही उन्हें फोन पर और सामने मिलने पर कहा गया है। अब उन्हें रिमाइंडर के बीच लिखित रूप में कार्रवाई के लिए लिखा जा रहा है। – डॉ.संतोषकुमार मिश्रा, डीएमसीएच के अधीक्षक