मुजफ्फरपुर:नगर निगम के मेयर-उप मेयर के लिए चल रही जोड़-तोड़ के बीच एक नाम पर सहमति बनाने की कोशिशें तेज हो गई हैं। नगर विधायक सुरेश शर्मा खेमा इसमें सबसे आगे दिख रहा है। विधायक खेमे से जो जानकारी छन कर रही है, उसके तहत पार्षदों की संख्या जादुई आंकड़ा पार कर गई है। नगर विधायक खुद इससे इनकार नहीं करते। इस खेमे ने तो यहां तक दावा किया है कि पार्षद नंद प्रसाद साह पर सहमति भी बन गई है और आंकड़ा 36 तक पहुंच गया है। गुरुवार को भी कई पार्षदों का स्पीकर चौक स्थित विधायक कार्यालय में आने-जाने का सिलसिला जारी रहा। वैसे, डिप्टी मेयर के नाम पर अब तक जिच है। बताया जाता है कि इसी कारण से मेयर के नाम को लेकर विधायक फिलहाल खुलकर नहीं बोल रहे। वैसे, इस दावे में कितनी सच्चाई है यह तो आने वाला वक्त बताएगा, लेकिन इससे भी इनकार नहीं किया जा सकता कि अभी यह टेलर है। पूरी पिक्चर बाकी है।
पूर्व नगर विधायक विजेंद्र चौधरी का पिछले तीन टर्म से निगम की राजनीति पर कब्जा पर रहा है। जानकारों का कहना है कि वे इतनी जल्दी हार मान जाएंगे, ऐसा नहीं लगता। वे भी समर्थकों के लगातार संपर्क में हैं। यही नहीं नगर विधायक की रणनीति को मात देने के लिए जदयू के कई अन्य कद्दावर नेता भी मैदान में कूद पड़े हैं। इनमें एमएलसी से लेकर जिला परिषद के एक पूर्व उपाध्यक्ष का नाम भी च्चा में रहा है। गुुरुवार को वे पूर्व मंत्री, पूर्व जिला परिषद उपाध्यक्ष पूर्व मेयर के साथ बैठक कर पार्षदों के एक गुट को गोलबंद करने की तैयारी में जुटे दिखे। इनकी ओर से वार्ड 4 के पार्षद हरिओम को मेयर के साथ-साथ वार्ड 10 के पार्षद को डिप्टी मेयर बनाने की रणनीति बनायी जा रही है। वैसे, नंद प्रसाद साह के नाम पर पूर्व उप मेयर विवेक कुमार पूर्व मंत्री रमई राम की रजामंदी भी सामने रही है। गुरुवार की शाम विवेक कुमार के ऑफिस पहुंचे पूर्व मंत्री रमई राम ने नंद प्रसाद साह के पक्ष में खुलकर सहमति जताई। मेयर डिप्टी मेयर चुनाव को लेकर चल रही गुटबंदी को लेकर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है।
मुजफ्फरपुर | नवनिर्वाचितपार्षदों को सदबुद्धि आत्मविश्वास के लिए दुर्गा स्थान मंदिर गोला रोड में नागरिक परिषद की ओर से प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। अध्यक्षता विभात कुमार ने की। बताया कि मेयर डिप्टी मेयर के निष्पक्ष चुनाव के लिए अभियान चलाया जा रहा है।