मुजफ्फरपुर:विशेष पुलिस टीम ने हार्डकोर नक्सली मुसाफिर सहनी उर्फ आलोक जी सहित तीन को गिरफ्तार किया है। सकरा थाना क्षेत्र के रामनगर गांव से गुरुवार की सुबह चार बजे नक्सलियों की गिरफ्तारी हुई है। उनके पास से डेटोनेटर, नक्सली पर्चा, पांच मोबाइल एक बाइक बरामद की गई। तीनों की गिरफ्तारी के समय पुलिस से ग्रामीण उलझ भी गए। पुलिस पर मारपीट का भी आरोप लगाया है। पुलिस टीम तीनों से पूछताछ कर रही है। मुसाफिर की तलाश उत्तर बिहार के सात जिलों की पुलिस को थी। उस पर 25 से अधिक मामले दर्ज हैं।
जानकारी के अनुसार, एसएसपी विवेक कुमार को सूचना मिली कि मुसाफिर सहनी सकरा के भरथीपुर गांव में एक शादी समारोह में शामिल होने आया था। शादी में भाग लेकर रामनगर गांव में गणेश राय के घर सोया हुआ है। सूचना मिलते ही एएसपी ऑपरेशन राणा ब्रजेश को एसटीएफ के साथ छापेमारी करने को कहा गया। घेराबंदी कर मौके से गणेश राय, मुसाफिर सहनी विवेक कुमार को सोए अवस्था में ही गिरफ्तार कर लिया गया। गणेश के परिजनों का आरोप था कि निर्दोष लोगों का मोबाइल जब्त किया गया है। इधर, मुसाफिर की गिरफ्तारी उत्तर बिहार की पुलिस के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। उसका बेटा रोहित सहनी उर्फ बबलू फिलहाल जेल में ही बंद है।
मूल रूप से वैशाली जिले के सदर थाना के थाथन बुजुर्ग गांव का मुसाफिर 20 साल से अधिक समय से नक्सली संगठन में सक्रिय है। उसे रामबाबू राम उर्फ राजन उर्फ प्रहार के बाद संगठन में स्थान प्राप्त है। लेकिन दोनों के बीच संबंध बेहतर नहीं है। लालगंज, वैशाली, सरैया, पारू, सकरा, साहेबगंज, हथौड़ी, मीनापुर, शिवहर इलाके में वह कई चिमनी मालिकों ठेकेदारों से लेवी की मांग कर चुका है। लालबाबू सहनी उर्फ भास्कर, अमीन सहनी सहित कई महत्वपूर्ण नक्सलियों की गिरफ्तारी के बाद वह लगातार उत्तर बिहार के जिलों में नक्सली संगठन को जीवित करने में जुटा था। इसको लेकर हथौड़ी सहित कई जगहों पर बैठक भी कर चुका था।