darbhanga/Biarul : खुले में शौच से मुक्त कराने को लेकर ग्राम पंचायत स्तर पर अनुश्रवण ईकाई का गठन करने के लिए मंगलवार को मुखिया लोगों की बैठक बुलाई गई। बीडीओ के अनुपस्थिति में आयोजित की गई बैठक में सभी पंचायतों के मुखिया ने 11 मई को पंचायतों में होने वाले बैठक का बहिष्कार करने का निर्णय लिया। मुखिया संघ के अध्यक्ष धीरेंद्र प्रसाद ठाकुर ने बीडीओ रजत किशोर सिंह को चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक स्वीकृत लाभार्थियों के बीच किए गए भुगतान एवं अस्वीकार किए गए लाभार्थियों की सूची सभी मुखिया को उपलब्ध नहीं की जाएगी तब तक किसी भी पंचायत के मुखिया 11 मई की बैठक में शामिल नहीं होंगे। इसका समर्थन करते हुए उपस्थित मुखियाओं ने ध्वनि मत से प्रस्ताव को पारित कराया। अफजला पंचायत के मुखिया रेणु बम्पर ने भुगतान नहीं होने पर प्रखंड प्रशासन के विरुद्ध आंदोलन करने की चेतावनी दी। हालांकि बीडीओ ने मुखिया को मनाने के लिए काफी प्रयास किया लेकिन मुखिया नहीं माने। बीडीओ ने सूची उपलब्ध कराने के लिए दो दिनों का समय मांगा है। अफजला , सुपौल, बिरौल, सहसराम, अरगा उसरी, बैरमपुर सहित कई पंचायतों के मुखिया ने बीडीओ पर आरोप लगाते हुए कहा कि जो लाभुक कोआॅर्डिनेटर को दो हजार रुपए देते हैं उसका भुगतान किया जा रहा है। शौचालय निर्माण के बाद भी लाभार्थियों को भुगतान नहीं किए जाने को लेकर लाभार्थी प्रत्येक दिन मुखिया के घर पर भला बुरा सुनाने पहुंच जाते है। इसको लेकर मुखिया संघ काफी आक्रोशित थे।