darbhanga: समस्तीपुर समेत उत्तर बिहार के कई जिलों में आतंक का पर्याय बने मो. शमीम को एसटीएफ व समस्तीपुर पुलिस ने पांच अन्य साथियों के साथ सोमवार शाम को दबोच लिया। अंतर जिला गिरोह के इन बदमाशों के पास से भारी मात्र में हथियार व गोलियों के साथ कई वाहन, मोबाइल भी मिले। शमीम का गिरोह बड़े कारोबारियों को निशाना बनाता था। आइजी (ऑपरेशन) कुंदन कृष्णन ने कहा कि एसटीएफ को सूचना मिली कि ये किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में धुरलख गांव में छिपे हैं। गिरफ्तार शातिरों में सीतामढ़ी जिले के नानपुर थाना क्षेत्र के मो. शमीम व रीगा थाना क्षेत्र के मनीष के अलावा दरभंगा जिले के कमतौल थाना क्षेत्र का पवन राय, मुजफ्फरपुर जिले के कटरा थाना क्षेत्र का उत्तम राय, शिवहर जिले के तरियानी थाना क्षेत्र का चांद मोहम्मद एवं वारिसनगर थाना क्षेत्र के धुरलख गांव का सिकंदर राय है। गिरोह ने समस्तीपुर के अलावा सीतामढ़ी, मधुबनी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर आदि जिलों में दर्जनों वारदातों का अंजाम दिया है। इनके पास से एक देसी कारबाइन, दो मैगजीन, चार देसी पिस्तौल, एक 9 एमएम की पिस्टल, तीन 7.85 एमएम की पिस्टल व 19 कारतूस, एक ऑल्टो कार (एचआर 51 के/0249), दो बिना नंबर प्लेट की अपाची बाइक, छह मोबाइल मिले। समस्तीपुर एसपी नवल किशोर सिंह ने मंगलवार को बताया कि सदर डीएसपी तनवीर अहमद के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम ने एसटीएफ के साथ शातिरों को दबोचा। सभी धुरलख गांव में सिकंदर राय के यहां जुटे थे। पूछताछ में मथुरापुर के एक स्वर्ण व्यवसायी की दुकान में लूट का प्लान बनाने की बात स्वीकारी। वे 10 दिनों से रेकी कर रहे थे। गिरफ्तार पवन राय मथुरापुर थाना क्षेत्र में कुंदन यादव हत्याकांड सहित कई संगीन मामलों में आरोपित है।