यशवंत सिन्हा ने छोड़ा भाजपा का साथ दलगत राजनीति से सन्यास का लिया फैसला

पटना बिहार मिथिलांचल न्यूज़ ;-अटल बिहारी बाजपेई की सरकार में वित्त मंत्री रहे यशवंत सिन्हा ने आज पटना में भाजपा पार्टी से किनारा करने का फैसला सुनाया साथ ही उन्होंने कहा कि अब वह दलगत राजनीति से संयास ले रहे हैं.

यशवंत सिन्हा मिशन-2019 में भाजपा के खिलाफ विपक्षी दलों को एकजुट करने की कोशिश को लेकर पटना के एसकेएम हॉल में आयोजित राष्ट्र मंच को संबोधित कर रहे थे.

देश की वर्तमान स्थिति पर चिंता जताते हुए यशवंत सिन्हा ने कहा कि जब भी लोकतंत्र खतरे में पड़ता है तो पटना की धरती देश को रास्ता दिखाने का काम करती है.आज भी देश को पटना रास्ता दिखाएगा। गुजरात चुनाव के कारण संसद का सत्र छोटा किया गया, देश में ऐसा कभी नहीं हुआ। हम देश की हालत पर विचार करने आए हैं। देश की परिस्थिति चिंताजनक है।

अपने संबोधन में यशवंत सिन्हा ने कहा कि शुरू से ही पटना के साथ उनका लगा रहा है उन्होंने कहा कि उन्होंने पटना में पढ़ाई की साथ ही उन्होंने अपनी नौकरी की शुरुआत भी पटना से ही की. अपने संबोधन में यशवंत सिन्हा ने कहा कि शत्रुघ्न सिन्हा घबराएं नहीं वह पटना से चुनाव नहीं लड़ने वाले हैं.

अपने संबोधन में यशवंत सिन्हा ने कहा कि वह देश के लोकतंत्र को बचाने के लिए आंदोलन करेंगे .परंतु वह किसी भी पार्टी से रिश्ता नहीं रखेंगे .और ना ही कभी किसी चुनाव मैदान में उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे.

आपको बताते चलें कि वर्तमान समय में यशवंत सिन्हा बीजेपी के प्रमुख आलोचकों में एक है उन्होंने मोदी सरकार को जीएसटी से लेकर नोटबंदी के फैसले पर जमकर हमला बोला था.

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