शुरू होने से पहले ‘फर्श’ पर आया खेल मैदान

प्रवीण राजपाल. श्रीकरणपुर (श्रीगंगानगर). स्थानीय राजकीय उमाविद्यालय (हाई स्कूल) का खेल मैदान डेढ़ करोड़ रुपए की लागत से विकसित किया जा रहा है। तय समय सीमा के मुताबिक यह कार्य करीब एक साल पहले पूरा हो जाना चाहिए था लेकिन निर्माण इतना धीमा है कि कछुआ भी शरमा जाए। इससे इलाके के खेल प्रेमियों में बड़ी निराशा है। इधर, निर्माण के दौरान बास्केटबॉल कोर्ट का फर्श टूटने से इसकी गुणवत्ता पर सवाल उठ रहा है। जी हां, खेल व खेल प्रतिभाओं को आगे लाने के उद्देश्य से वर्ष 2022-23 में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की ओर से प्रोजेक्ट की घोषणा की गई थी। करीब डेढ़ करोड़ रुपए के इस प्रोजेक्ट के तहत हाई स्कूल के खेल मैदान पर दो बॉस्केटबॉल कोर्ट, करीब 800 मीटर वॉङ्क्षकग ट्रैक, एक हजार वर्गफीट पर घास मैदान, हाई मास्ट व ट्र्रैक लाइङ्क्षटग आदि निर्माण होना था। विभागीय अधिकारी से मिली जानकारी अनुसार यह कार्य जून-2024 तक पूरा किया जाना था लेकिन अब अगस्त-2025 पूरा होने को है और निर्माण पूरा नहीं हो सका है। हालांकि, इनमें बॉस्केटबॉल कोर्ट को छोड़ अन्य कार्य लगभग पूरे बताए जा रहे हैं।प्रवीण राजपाल. श्रीकरणपुर (श्रीगंगानगर). स्थानीय राजकीय उमाविद्यालय (हाई स्कूल) का खेल मैदान डेढ़ करोड़ रुपए की लागत से विकसित किया जा रहा है। तय समय सीमा के मुताबिक यह कार्य करीब एक साल पहले पूरा हो जाना चाहिए था लेकिन निर्माण इतना धीमा है कि कछुआ भी शरमा जाए। इससे इलाके के खेल प्रेमियों में बड़ी निराशा है। इधर, निर्माण के दौरान बास्केटबॉल कोर्ट का फर्श टूटने से इसकी गुणवत्ता पर सवाल उठ रहा है। जी हां, खेल व खेल प्रतिभाओं को आगे लाने के उद्देश्य से वर्ष 2022-23 में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की ओर से प्रोजेक्ट की घोषणा की गई थी। करीब डेढ़ करोड़ रुपए के इस प्रोजेक्ट के तहत हाई स्कूल के खेल मैदान पर दो बॉस्केटबॉल कोर्ट, करीब 800 मीटर वॉङ्क्षकग ट्रैक, एक हजार वर्गफीट पर घास मैदान, हाई मास्ट व ट्र्रैक लाइङ्क्षटग आदि निर्माण होना था। विभागीय अधिकारी से मिली जानकारी अनुसार यह कार्य जून-2024 तक पूरा किया जाना था लेकिन अब अगस्त-2025 पूरा होने को है और निर्माण पूरा नहीं हो सका है। हालांकि, इनमें बॉस्केटबॉल कोर्ट को छोड़ अन्य कार्य लगभग पूरे बताए जा रहे हैं।  

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