मिथिला के कभी ब्राह्मण नेताओं की बिहार से लेकर केंद्र तक तूंती बोलती थी। पार्टी चाहे कोई भी हो, सीट पर ब्राह्मण नेताओं का ही कब्जा रहता था। दबदबा का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मिथिला के एक ब्राह्मण नेता को पीएम पद का दावेदार तक माना जाने लगा था।
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— Mithilanchal News टीम
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