स्पोर्ट्स मिथिलांचल न्यूज़ :-सुपर किंग के खिलाफ हार के बाद दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए प्ले ऑफ में बने रहने की राह और मुश्किल होती जा रही है.
लेकिन अभी तक वह प्ले ऑफ के दौर से से बाहर नहीं हुई है .जहां लिंग चरण में दिल्ली के केवल 6 और मैच बचे हैं ऐसे में दिल्ली की टीम को बस पता है कि अगर वह बाप बचे हुए 6 मैचों में से 5 में जीत हासिल करते हैं तो वह प्ले ऑफ़ की दौड़ में बने रहेंगे.
दिल्ली के लिए राहत देने वाली बात यह है कि बचे हुए 6 मैचों मैं से 4 मैच दिल्ली को अपने घर दिल्ली में ही खेलने हैं. वैसे मैं दिल्ली की टीम को अपनी रणनीति बनाने के लिए और अधिक समय मिल जाएगा साथ ही टीम खिलाड़ियों को यात्रा के थकान से राहत मिलती दिख रही है.
ऐसी परिस्थिति में दिल्ली डेयरडेविल्स को प्लेऑफ की दौड़ में बने रहने के लिए बुधवार को राजस्थान से होने वाले मुकाबले को जीतकर खुद को प्लेऑफ की रेस में बनाए रखना होगा.
राजस्थान के खिलाफ दिल्ली का पिछला रिकॉर्ड राजस्थान के पक्ष में झुका हुआ है दोनों के बीच पिछले 17 मुकाबलों में राजस्थान की टीम ने 11 मैचों में जीत हासिल की है .लेकिन घर के बाहर राजस्थान को दिल्ली के खिलाफ केवल एक मैच में जीत हासिल हुई है.
दिल्ली की बल्लेबाजी की बात करें तो दिल्ली की टीम बल्लेबाजी के लिए भारतीय खिलाड़ी पृथ्वी शॉ, श्रेयस अय्यर और ऋषभ पंत के इर्द-गिर्द घूमती नजर आ रही है.
दिल्ली के लिए ऑस्ट्रेलिया के विस्फोटक बल्लेबाज ग्लेन मैक्सवेल अब तक फ्लॉप होना चिंता का विषय है. ग्लेन मैक्सवेल ने अब तक आपने IPL 2018 के मैचों में केवल 1,50,4,7,25,59, और 10 रनों का ही योगदान कर पाए हैं. मैक्सवेल के फ्लॉप होने के कारण मध्यक्रम में विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत पर अतिरिक्त दबाव पड़ता दिख रहा है ऐसे में दिल्ली की टीम को अपने विस्फोटक बल्लेबाज ग्लेन मैक्सवेल से बचे हुए मैचों में शानदार प्रदर्शन की उम्मीद होगी.
दिल्ली के गेंदबाज आवेश खान और राहुल तेवतिया को छोड़कर दिल्ली कोई गेंदबाज खास प्रदर्शन नहीं कर सका है. ऐसे में दिल्ली की टीम को अपने गेंदबाजों से भी शानदार प्रदर्शन की उम्मीद होगी.
प्लेऑफ में बने रहने के लिए दिल्ली को बुधवार को राजस्थान खिलाफ होने वाले मैच में हर हाल में जीत दर्ज करना होगा.