पटना बिहार न्यूज: ़ अब उन विद्यार्थियों की खैर नहीं जिन्होंने अपने लाभ के लिए उम्र घटाकर दोबारा इंटरव्यू मैट्रिक की परीक्षा दी है और प्रमाण पत्र प्राप्त किया है .
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने एक डुप्लीकेट सॉफ्टवेयर तैयार किया है जिसकी मदद से ऐसे विद्यार्थियों के नाम सामने आने लगे हैं . जिन्होंने अभी तक लगभग 1500 से अधिक ऐसे छात्रों के प्रमाण पत्र मिले हैं .जिन्होंने दोबारा इंटर मैट्रिक की परीक्षा दी थी .इस सॉफ्टवेयर को जून में बिहार बोर्ड के आधिकारिक वेबसाइट से जोड़ने की संभावना है .
बिहार बोर्ड के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार जैसे से पुराने प्रमाणपत्रों को इस सॉफ्टवेयर में अपडेट किया जा रहा है .वैसे-वैसे ऐसे मामलों की संख्या बढ़ती जा रही है .अब तक कुल 2003 से 2007 तक के प्रमाण पत्रों को ऑनलाइन कर दिया गया है .अब 1999 तक के प्रमाण पत्र को ऑनलाइन करने की प्रक्रिया चल रही है.
बोर्ड की सूत्रों की मानें तो ज्यादातर छात्रों ने अपने वास्तविक उम्र छिपाकर 8 से 25 साल तक का अंतर रखा है.