बेगूसराय कार्यालय।बरौनी। गड़हरा जो एक समय एशिया प्रसिद्ध ट्रांसिपमेंट यार्ड था। जो अभी वीरान पड़ा था। रेलबे के 2200 एकड़ भूमि 80 के दशक के बाद वीरान पड़ा हुआ था। लेकिन रेलवे ने गढ़हरा में एक अत्याधुनिक हेवी हार्स पावर लोकोमोटिभ डीजल शेड बनाने का फैसला लिया। 10 मई 2014 को पूर्व मध्य रेलवे के तत्कालीन महाप्रबंधक मधुरेश कुमार ने उक्त कारखाना का शिलान्यास किया था। इस कारखाना के निर्माण पर कुल 125 करोड़ रुपये लागत आये हैं। एस डीजल लोकोमोटिव शेड के निर्माण होने से 250 डीजल इंजन मेन्टेनेंस प्रति माह हो सकेगा। उक्त कारखाना में न केवल पूर्व मध्य रेलवे के बल्कि इस रेलवे के आसपास की अन्य जॉन के भी डीजल इंजन का रखरखाव सम्भव हो सकेगा। इस कारखाना में लगभग 1000 कर्मचारी प्रत्यक्ष रूप से काम करेंगे। इसके साथ ही 5000 से अधिक लोगो को अप्रत्यक्ष रूप से रोजी रोटी मिलेगी। इस कारखाना के शुरू होने से इस झेत्र के लोगो काफी आर्थिक लाभ मिलेगे। इस कारखाना को 30जून 2016 तक बन कर तैयार होना था। लेकिन निगम के द्वारा समय पर काम पूरा नही किया जा सका। लेकिन अब बनकर कारखाना तैयार है। इस का उद्घाटन कब होगा यह कहना मुश्किल है।
इसी रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क पदाधिकारी ने बतलाया कि कर्मचारियों की नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है। कर्मचारियों की नियुक्ति होते ही कारखाने का उद्घाटन की तिथि तय हो जायेगा। इसका निर्माण कार्य रेल विकास निगम के द्वारा कराया गया है।