मुजफ्फरपुर :नवरूणाकांड में गिरफ्तार वार्ड 23 के पार्षद राकेश कुमार सिन्हा उर्फ पप्पू की शुक्रवार को सीबीआई के विशेष कोर्ट में पेशी हुई। पार्षद को मुजफ्फरपुर सेंट्रल जेल से पेशी के लिए लाया गया। कोर्ट में सीबीआई की ओर से कोई नहीं मौजूद था। लेकिन, वार्ड पार्षद के समर्थक कोर्ट कैंपस में जमे रहे। पेशी के बाद पार्षद को जेल ले जाया गया। अब 22 सितंबर को सुनवाई होगी। वार्ड पार्षद को सीबीआई ने चार सितंबर को पटना स्थित कार्यालय में पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था। अगले दिन कोर्ट में पेशी के न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था। फिर दो दिन की रिमांड पर सीबीआई पूछताछ हुई थी।
इधर, शुक्रवार को नवरूणा की मां मैत्री चक्रवर्ती भी कोर्ट पहुंचीं। अधिवक्ता रंजना सिंह के साथ उन्होंने कांड की शीघ्र जांच की अर्जी दी। मैत्री ने बताया कि उन्हें कोर्ट और सीबीआई पर भरोसा है। गिरफ्तारी से उम्मीद भी जगी है। लेकिन, घटना के इतने दिन बाद भी सीबीआई के चार्जशीट दाखिल नहीं करने पर उन्होंने आश्चर्य जताया। कहा कि नवरूणा के अपहरण या हत्या की जानकारी सीबीआई उपलब्ध नहीं करा रही है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा तय समय सीमा नजदीक आने पर वह खानापूर्ति कर रही है। और भी आरोपियों की गिरफ्तारी की उम्मीद है। दूसरी ओर, मामले में पार्षद राकेश कुमार सिन्हा पप्पू के अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने केस की पैरवी छोड़ दी। कहा कि मानवता के नाते यह कदम उठाया है। पूर्व में उन्होंने सीबीआई की चार दिनों की रिमांड अर्जी का विरोध किया था। कोर्ट ने दो दिन की रिमांड की अनुमति दी थी। श्री आेझा अब इस कांड में किसी भी अभियुक्त या आरोपित की पैरवी नहीं करेंगे।
आमने-सामने होने पर नवरूणा की मां और पार्षद ने फेरा मुंह
वार्डपार्षद राकेश की पेशी के दौरान अजीब दृश्य उत्पन्न हो गया। कोर्ट कैंपस में नवरूणा की मां मैत्री और वार्ड पार्षद आमने-सामने थे। दोनों के कदम एक-दूसरे को देखते ही थम गए। वहां मौजूद लोग भी कौतूहल से देखने लगे। कुछ ही क्षण बाद नवरूणा की मां और वार्ड पार्षद अलग-अलग रास्तों से निकल गए।