लिस्बन : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पुर्तगाल यात्रा के दौरान नयी दिल्ली और लिस्बन ने शनिवार को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में शोध को बढ़ावा देने के लिए 40 लाख यूरो के संयुक्त कोष की घोषणा की. मोदी ने आतंकवाद से मुकाबले, अंतरिक्ष एवं जलवायु अध्ययन जैसे क्षेत्रों में सहयोग पर अपने पुर्तगाली समकक्ष एंटोनियो कोस्टा से गहन वार्ता की. 11 द्विपक्षीय समझौतों पर दस्तखत के बाद एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में मोदी और कोस्टा ने कहा कि दोनों देशों के रिश्तों में पिछले छह महीने में काफी प्रगति हुई है. बाहरी अंतरिक्ष, दोहरे कराधान से बचाव, नैनो प्रौद्योगिकी, सांस्कृतिक संबंधों में सुधार, युवा एवं खेल, उच्च शिक्षा और वैज्ञानिक अनुसंधान, पुर्तगाल-भारत व्यापार केंद्र एवं इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स में सहयोग जैसे क्षेत्रों में समझौते हुए.
पुर्तगाल की द्विपक्षीय यात्रा करनेवाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘हमने व्यापक चर्चा की. पुर्तगाल की अर्थव्यवस्था में फिर से आयी तेजी और भारत की ठोस वृद्धि ने हमें साथ बढ़ने का सुनहरा मौका दिया है.’ अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग के बाबत मोदी ने 40 लाख यूरो के एक संयुक्त विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी कोष की स्थापना की घोषणा की. उन्होंने कहा, ‘हमारे आर्थिक संबंध प्रगति की ओर हैं और वस्तुओं, सेवाओं, पूंजी एवं मानव संसाधनों के सुगम प्रवाह के लिए हम और प्रयास कर सकते हैं.’ मोदी ने कहा, ‘आतंकवाद और हिंसक चरमपंथ के खिलाफ हमारे सहयोग को गहरा बनाने को लेकर हम प्रतिबद्ध हैं.’ प्रधानमंत्री ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद और बहुपक्षीय निर्यात नियंत्रण व्यवस्थाओं में स्थायी सदस्यता पाने के लिए भारत की ओर से की जा रही कोशिशों में ‘लगातार समर्थन’ किये जाने को लेकर पुर्तगाल का शुक्रिया भी अदा किया.
#WATCH: Prime Minister Narendra Modi and Portuguese Prime Minister Antonio Costa interact at Necessidades Palace in Portugal's Lisbon. pic.twitter.com/TpUfk7iDFJ
— ANI (@ANI) June 24, 2017
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने कुछ तस्वीरों के साथ ट्वीट किया, ‘ओला (हलो) पुर्तगाल. पीएम नरेंद्र मोदी लिस्बन पहुंचे, प्रोटोकोल से परे जाकर विदेश मंत्री ऑगस्टो सैंटोस सिल्वा ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया. ‘लिस्बन के लिए रवाना होने से पहले मोदी ने कहा था कि कोस्टा से अपनी मुलाकात के दौरान दोनों नेता अपनी हालिया चर्चाओं पर आगे कदम बढ़ायेंगे और विभिन्न संयुक्त पहलों एवं निर्णयों की प्रगति की समीक्षा करेंगे. पुर्तगाली प्रधानमंत्री कोस्टा ने ट्वीट किया कि यह उनकी भारत यात्रा के दौरान हुए समझौतों के क्रियान्वयन की समीक्षा और नए समझौतों पर दस्तखत का सुनहरा अवसर है.
मोदी की तीन देशों की चार दिवसीय यात्रा में सबसे ज्यादा ध्यान उनकी अमेरिका यात्रा पर होगा. अमेरिका में मोदी 26 जून को पहली बार राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलेंगे. अपनी अमेरिका यात्रा से पहले मोदी ने कहा कि वह विचारों के गहन आदान-प्रदान के अवसर को लेकर उत्सुक हैं. उन्होंने ट्वीट किया था, ‘मेरी अमेरिका यात्रा का मकसद हमारे देशों के बीच संबंधों को गहरा करना है. भारत और अमेरिका के मजबूत संबंधों से हमारे देशों और दुनिया को फायदा मिलेगा. ‘फेसबुक पर लिखे गए एक बयान में मोदी ने कहा कि 25 जून से हो रही उनकी दो दिवसीय वॉशिंगटन यात्रा ट्रंप के आमंत्रण पर हो रही है. ट्रंप और उनके कैबिनेट सहकर्मियों से आधिकारिक मुलाकात के अलावा मोदी कुछ बडी अमेरिकी कंपनियों के सीईओ से भी मिलेंगे. अमेरिका की यात्रा के बाद मोदी 27 जून को नीदरलैंड जायेंगे, जहां वह डच प्रधानमंत्री मार्क रुट्टे के अलावा राजा विलेम-अलेक्जेंडर और रानी मैक्सिमा से भी मुलाकात करेंगे. इस साल भारत और नीदरलैंड दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध स्थापित होने के 70 साल मना रहे हैं.
इंडिया-पुर्तगाल इंटरनेशनल स्टार्ट-अप हब की शुरुआत
प्रधानमंत्री मोदी और उनके पुर्तगाली समकक्ष एंटोनियो कोस्टा ने इंडिया-पुर्तगाल इंटरनेशनल स्टार्ट-अप हब की शुरुआत की. इंडिया-पुर्तगाल इंटरनेशनल स्टार्ट-अप हब ऐसा प्लैटफॉर्म है जिसे दोनों देशों के स्टार्ट-अप संबंधी समूचे ढांचे को मजबूत बनाने के लिए विकसित किया गया है. मोदी ने कहा, ‘स्टार्ट-अप सहयोग के लिए एक दिलचस्प क्षेत्र है. यह समाज के लिए मूल्य और संपत्ति पैदा करने का बडा माध्यम है.’ ‘इंडिया-पुर्तगाल इंटरनेशनल स्टार्ट-अप हब स्टार्ट-अप, निवेशकों, मार्गदर्शकों, इनक्यूबेटरों, एक्सिलेरेटरों, उद्यमी बनना चाह रहे लोगों, सेवा प्रदाताओं और सरकारी संस्थाओं सहित भारत में स्टार्ट-अप से जुड़े समूचे परिवेश के सभी हितधारकों के लिए एक प्लैटफॉर्म है.
कोस्टा का इंडिया कनेक्शन
एंटोनियो कोस्टा भारतीय मूल के हैं. उनके कई रिलेटिव्स गोवा के मडगांव में रहते हैं. एंटोनियो कोस्टा के पिता ओर्लांदो द कोस्टा मशहूर नॉवेलिस्ट थे. उन्होंने रवीन्द्रनाथ टैगोर पर भी एक लेख लिखा था. गोवा में जब पुर्तगालियों का शासन था, उस वक्त ओर्लांदा यंग थे और उन्होंने कई साल इसी शहर में गुजारे थे.
पुर्तगाल की इकोनॉमी में भारतीय की हिस्सेदारी अहम
पुर्तगाल में भारतीय मूल के करीब 70 हजार लोग रहते हैं. बैंकिंग से लेकर तमाम क्षेत्रों में भारतीय मूल के कारोबारियों का दबदबा है. दौरे पर क्या बोले पीएम अपने दौरे से पहले पीएम मोदी ने कहा- पीएम एंटोनियो कोस्टा की जनवरी में भारत यात्रा के बाद से हमारे ऐतिहासिक और दोस्ताना रिश्तों में मजबूती आई है. मैं कोस्टा से मीटिंग के लिए उत्साहित हूं. हम द्विपक्षीय संबंधों, खासतौर पर आर्थिक सहयोग, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, स्पेस और आपसी रिश्तों में मजबूती पर चर्चा करेंगे. हम आतंकवाद को खत्म करने में सहयोग बढ़ाने, कारोबार और निवेश पर भी चर्चा करेंगे. मैं यात्रा के दौरान पुर्तगाल में रहने वाले भारतीयें से भी बातचीत करूंगा.”