मुजफ्फरपुर/गायघाट :गायघाट पश्चिमी टोले में शादी के मंडप में दुल्हन उसकी बड़ी बहन की बेरहमी से पिटाई मामले में जोनल आईजी के हस्तक्षेप पर गायघाट थानेदार को रविवार की शाम एसएसपी ने सस्पेंड कर दिया। डीएसपी पूर्वी ने रविवार को पूरे प्रकरण की जांच कर शाम में रिपोर्ट एसएसपी को सौंपी दी। रिपोर्ट में गायघाट थानाध्यक्ष की मौजूदगी में दुल्हन जूली उसकी बड़ी बहन रेखा की पुलिस द्वारा बेरहमी से पिटाई करने की बात कही गई है। गायघाट थानाध्यक्ष के अलावे बेनीबाद थानाध्यक्ष सहित अन्य पुलिसकर्मी भी कार्रवाई के लपेटे में हैं। पुलिससूत्रों के मुताबिक, डीएसपी की जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि पुलिस के साथ मारपीट की घटना पहले लड़की पक्ष की ओर से की गई। लेकिन, पुलिस की ओर से इतना ज्यादा बल प्रयोग करने की जरूरत नहीं थी। थानाध्यक्ष की मौजूदगी में महिलाओं की पिटाई की गई। थानाध्यक्ष जांच अधिकारी सब इंस्पेक्टर आरटी शर्मा की ओर से गंभीर चूक हुई। सामाजिक स्तर पर मामले को देखना चाहिए था। पुलिस के पहुंचने पर दूल्हा अभिनय कुमार सिंह अपने भाई के साथ भाग गया। लड़की पक्ष वाले यह समझे कि पुलिस ने ही लड़के को भगाया। अगर दूल्हे को वहां से भागने का मौका नहीं मिलता तो पुलिस के खिलाफ इस तरह का आक्रोश का माहौल नहीं बनता। पुलिस ने महिलाओं की जिस बेरहमी से पिटाई की, वैसा नहीं होना चाहिए था। डीएसपी ने दूल्हे की मां का भी बयान दर्ज किया।
दूल्हा बोला- सात फेरों के सातों वचन याद है
जबरनशादी करने के मामले में नया मोड़ गया। दूल्हा अभिनय ने कहा कि वह पुलिस बर्बरता से पीड़ित अपनी दुल्हन को न्यायालय से बरी कराकर सम्मान पूर्वक घर लाएगा। दुल्हन के साथ लिए सात फेरों के सातों वचन उसे याद हैं। वह पुलिस के डर से ससुराल से भागा था। रविवार को डीएसपी पूर्वी मुत्तफिक अहमद जब मामले की जांच करने दूल्हा अभिनय के घर पहुंचे तो उसने कहा कि पुलिस को दल-बल के साथ विवाह मंडप में देख वह डर से भाग गया था।