दरभंगा:ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में बीएड के दो वर्षीय कोर्स में नामांकन के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा (सीईटी) का आयोजन 28 मई को होना है। विश्वविद्यालय स्तर से परीक्षा को लेकर तैयारियां पूरी की जा रही हैं। इस क्रम में कुल 30 परीक्षा केंद्र निर्धारित किए गए हैं। ये सभी परीक्षा केन्द्र दरभंगा में ही बनाए गए हैं। इन परीक्षा केंद्रों पर कुल 19240 अभ्यर्थी बीएड में नामांकन के लिए प्रवेश परीक्षा देंगे। इनमें बीएड डिस्टेंस कोर्स में नामांकन के लिए 4590 आवेदित अभ्यर्थी हैं जबकि बीएड रेगुलर कोर्स में नामांकन के लिए कुल 14650 आवेदित अभ्यर्थी हैं। हालांकि विवि प्रशासन की ओर से कुल 19600 परीक्षार्थियों के लिए व्यवस्था की गई है। अध्यक्ष छात्रकल्याण डॉ. भोला चौरसिया के अनुसार परीक्षा के बाद 8 जून को पहली मेधा सूची प्रकाशित कर दी जाएगी।
इन केंद्रों पर होगी परीक्षा
नरगौनाकॉम्प्लेक्स के ग्राउंड फर्स्ट फ्लोर, सीएम साइंस कॉलेज, सीएम कॉलेज, मिल्लत कॉलेज, केएस कॉलेज, मारवाड़ी कॉलेज, एमके कॉलेज, एमएलएसएम कॉलेज, महात्मा गांधी कॉलेज, आरबी जालान कॉलेज, डॉन बास्को स्कूल, डॉ. नागेन्द्र झा महिला कॉलेज, एमआरएम कॉलेज, एमएमटीएम कॉलेज, जीसस एंड मेरी एकेडमी, जिला स्कूल, मैडोना इंग्लिश स्कूल, रोज पब्लिक स्कूल दरभंगा, राज हाईस्कूल, जाकिर हुसैन टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज, ज्ञान भारती पब्लिक स्कूल, हैरो पब्लिक स्कूल, सर्वोदय हाईस्कूल, एमएल एकेडमी, आरएनएम राजकीय गर्ल्स स्कूल लहेरियासराय, इकरा एकेडमी, दरभंगा पब्लिक स्कूल दिल्ली मोड़, दरभंगा पब्लिक स्कूल रामबाग एवं राजेन्द्र प्रसाद गर्ल्स हाईस्कूल।
25 से डाउनलोड होगा प्रवेश पत्र
परीक्षामें शामिल होने वाले अभ्यर्थी 25 मई से विश्वविद्यालय की वेबसाइट से अपना प्रवेश पत्र डाउनलोड कर सकते हैं। इसके लिए अभ्यर्थी को विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपना नाम, पिता का नाम, जन्मतिथि या मोबाइल नंबर अंकित करना होगा। इसके बाद वे अपना प्रवेश पत्र डाउनलोड कर सकेंगे। इसी प्रवेश पत्र के आधार पर परीक्षा भवन में अभ्यर्थियों को प्रवेश मिलेगा।
कदाचारमुक्त परीक्षा की तैयारियां पूरी : डीएसडब्ल्यू
विश्वविद्यालयके अध्यक्ष छात्रकल्याण एवं सीईटी के संयोजक डॉ. भोला चौरसिया ने बताया कि परीक्षा को लेकर युद्धस्तर पर कार्य चल रहा है। कदाचारमुक्त परीक्षा के संचालन के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई है। परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों को किसी प्रकार की समस्या नहीं हो इसका भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है। कदाचारमुक्त शांतिपूर्ण परीक्षा संचालित कराना ही पहली प्राथमिकता है।