एसकेएमसीएच में दूसरे दिन भी ग्रामीणों व मेडिकल छात्रों के बीच हिंसक झड़प हुई। दोनों गुटों के बीच कई बार झड़प हुई। मेडिकल छात्रों शनिवार के सुबह आउटडोर व इमरजेंसी सेवा बाधित रखा। इमरजेंसी सेवा सुबह आठ से लेकर दोपहर दो बजे तक बाधित रही। उन्हीं मरीजों को भर्ती किया गया, जिनकी हालत गंभीर थी। दूसरी ओर वार्ड में भर्ती मरीज दूसरये अस्पतालों मे पलायन कर रहे है । इस स्तिथि के कारन इलाज के अभाव में तीन मरीजों की मौत हो गई। सुबह आठ बजे कुछ छात्र सड़क पर निकले। स्थानीय लोगों की नजर उन पर पड़ी तो दोनों तरफ से तनातनी हुई। चिकित्सक डॉ.गणोश कुमार सड़क पर एक निजी क्लीनिक में गए तो वहां कुछ लोगों ने घेर लिया। एक बार फिर मेडिकल छात्रों व ग्रामीणों में भिड़ंत हो गई। पुलिस के पहुंचने पर दोनों पक्षों को समझा कर अलग किया गया। एसकेएमसीएच के अधीक्षक डॉ.जीके ठाकुर, उपाधीक्षक डॉ.सुनील शाही, आइएमए नेता डॉ.संजय कुमार, डॉ.गोपाल शंकर साहनी व डॉ.नागेंद्र कुमार ने मेडिकल छात्रों से बातचीत कर उन्हें समझाया। छात्रों ने कहा कि उनको सुरक्षा मिलनी चाहिए। अधीक्षक ने कहा कि पूरा परिसर छावनी बन गया है। कहीं से कोई असुरक्षा नहीं। इधर लड़कियों ने छात्रवास खाली करना सुरु कर दिया। कुछ लड़के भी छात्रवास खाली करके चले गए हैं।